दोस्तों! ओर ऒर की चाहत के पीछे दौड़ते -2 लोग हंसना भूल चुके हैं | इच्छाऐ कभी पूरी नही होती ना इनकी कोई मंजिल है जहां जाकर ये खत्म हो जाएगी | और तब आप हंसोगे, खुश रहना शुरू कर दोगे | जिंदगी में सक्सेस जरूरी है लेकिन अपनी जिंदगी अपने मुताबिक जीनी ज्यादा जरूरी है | कहते हैं कि -
" सक्सेस इंसान खुश हो ये जरूरी नही, लेकिन खुश इंसान सक्सेस जरूर हो सकता है "
अपने लिए लक्ष्य बनाइये ,उसे पूरा करने के लिए प्लानिंग कीजिये , लक्ष्य तक पहुंचने के लिए रात दिन कड़ी मेहनत कीजिये | लेकिन अपने लक्ष्य के प्रति इतने मसगुल मत होइए कि आप अपनी लाइफ की हर खुशी को मिस करते जाए | ये आपको बोरिंग बना सकती है और बोरिंग इंसान किसी को भी पसंद नही आते | कही आप बोरिंग तो नही ? आइये जानते हैं बोरिंग लोगो की पहंचान -
जीवन के प्रति नकारत्मक दृष्टिकोण :- आपने कई लोगो को देखा होगा कि अगर उनके पास कभी फोन किया या उनसे मिले तो वो अपनी परेशानियों का पिटारा खोल कर बैठ जाते हैं | उनसे मिलकर ऐसा लगता है कि भगवान ने सबसे ज्यादा दुःख इन्ही को दिया है | पूरी दुनियां इनकी दुश्मन है या सारी दुनियां का बोझ व जिम्मेदारी इन्ही पर है जिसके बोझ से ये दबे जा रहे हैं | ऐसे लोगो से बातें करके खुद भी नैगेटिव हो जाते हैं और अपने सारे दुख व परेशानी याद आ जाती है | जिसका रिजल्ट ये निकलता है कि अच्छा खासा मूड खराब हो जाता है और सारा दिन खराब हो जाता है | अगर आपसे मिलाकर लोगो को अपने दुख दर्द याद आते हैं तो आप बोरिंग इंसान हो | आपको कोई पसंद नही करेगा | हर इंसान को हंसना अच्छा लगता है | रोते हुए को देखकर कोई खुश नही होता |खुश रहने वाला इंसान ओरो को पॉजिटिव वेब्स भेजता है जो की टॉनिक का काम करता है |
तिल का ताड़ बनाना :- कई लोग छोटी छोटी बातो को इतना बढ़ा चढ़ा कर बोलते हैं की उसका मतलब ही बदल जाता है | ये नही सोचते कि आपकी इस आदत की वजह से कोई इंसान कितना डिस्टर्ब हो सकता है | ये सिर्फ आपके हाथ में है की आप अपनी समस्याओं को किस नजरिये से देखते हो | आपकी जिंदगी में चाहे जो भी हो रहा हो आप उन्हें सुलझा कर आगे बढ़ सकते हो |
कुछ ज्यादा ही गंभीर होना :- हर कार्य को गंभीरता से लेना जरूरी है लेकिन हर समय गंभीर रहना उचित नहीं है | आपको संजीदा फैसले लेते समय ही गंभीर होना चाहिए | हर समय गंभीर रहना आपको बोरिंग बनाता है | हंसी मजाक के माहौल में आप खुद को टेंशन फ्री कर सकते हो | ऐसा माहौल आपको खुद ढूढ़ना होगा | आपको पर्स्नल व प्रोफशनल लाइफ में तालमेल बिठा कर चलना होगा तभी आप बेहतर लाइफ जी सकोगे |
हर बात में शिकायत करना:- अगर आप छोटी छोटी बातों की शिकायत करते रहते हो तो ये आदत आपको दोस्तों व रिस्तेदारो से दूर कर देगी | हर इंसान सकारात्मक सोच वाले इंसान से रिश्ते रखना पसंद करता है | आज टेशन हर किसी की लाइफ में अपनी ही बहुत हैं | हर इंसान दुसरो से रिश्ते या उठ बैठ इसलिए रखता है जिससे उसे थोड़ी रिलीफ मिले | सुख दुःख में काम आये और अगर किसी के पास बैठकर टेशन मिलती है तो ऐसे इंसान के पास कोई नही बैठना चाहेगा |
यात्रा के नाम पर टेशन :- जिंदा दिल लोग हमेशा घूमने के मौके ढूढ़ते हैं | लेकिन बोरिंग लोगो को यात्रा के नाम पर टेशन हो जाती है | यात्रा से हमे नई संस्कृति व नए नए लोगो से मिलने व जानने का मौका मिलता है | जिससे हमारा व्यक्तित्व विकसित होता है | दोस्तों में मौज मस्ती करने व घूमने से ऊर्जावान फील करते हैं | इसलिए जब भी समय मिले तब घूमने फिरने के लिए जरूर जाए | अगर आप घर में रहकर खुश हैं तो अपनी इस आदत को बदलिये और बाहर निकल कर प्रकृति का आनंद लीजिये |
खुश मिजाज कैसे बनें :- खुश मिजाज बनने के लिए ऐसे लोगो से नजदीकियां बनाइये जो पोजेटिव रिस्पॉन्स देते हो, पोजेटिव रहते हों | खुश रहने के लिए बाहरी सुख सुविधाओं की जरूरत नही हैं जिसे आप पूरी नही कर सकते इसके लिए अपने व्यवहार अपनी कमजोरियों को दूर करें | वर्किग लोग बाहर लोगो से मिल झूलकर खुश रह लेते हैं, लेकिन ठाली लोग छोटी छोटी बातो को दिल से लगा लेते हैं वे लोग ये भूल जाते हैं कि सारे काम आपकी मर्जी से नही हो सकते | इसलिए अपना फ्रेंड सर्कल बढ़ाए इससे आपकी सोच विकसित होगी | विकसित व सकारात्मक सोच वाला इंसान किसी पर अपने विचार नही थोपता | और ना ही अपनी बात मनाने पर मजबूर करता |
खुद से प्रेम करें व अपने उम्दा कार्यो की प्रसंसा करें :- खुद से प्रेम करने वाला इंसान ही दुसरो से प्रेम कर सकता है | जब भी लाइफ में अच्छा कार्य करें उसे जरूर सराहें अच्छे कार्यो की सराहना करने से कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ता है , आत्मिक संतुष्टि मिलती है और इससे हमारी योग्यता निखर कर बाहर आती है |
सच बोलें, सच चाहे कितना ही कटवा क्यों ना हो :- आज लोगो में ना सच बोलने की हिम्मत रही है ना सच सुनने की | जिसकी वजह से लोग आज ज्यादा टेशन में रहते है | हम लोग सिर्फ ये सोच कर चुप रह जाते हैं कि सामने वाले को बुरा लगेगा , हमारे रिश्ते खराब होंगे | इसकी वजह से हमारे अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है | इस संघर्ष से निपटने का एक ही रास्ता है कि आप सच बोलें चाहे सामने वाले को कितना ही बूरा क्यों ना लगे | आप एक बार साहस करके अपनी बात रख दें | सामने वाले को थोड़ी देर गुस्सा आयेगा लेकिन वो सोचेगा जरूर की ये सब सच है |
श्रेष्ठ दिनचर्य रखें :- आयुर्वेद के जनक माने जाने वाले आचार्य चर्क के अनुसार -
"स्वस्थ व्यक्ति ही वह पुरषार्थ रखता है -जिसमे धर्म अर्थ काम मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है "
इंसान को भौतिक प्रकृति शरीरिक बनावट के अनुसार दिनचर्य निर्धारित करनी चाहिए | जब तक आप की दिनचर्य निर्धारित नही है तब तक आप फिट व खुश नही रह सकते |
वास्तविक सुख खोजें :- जिसका अंतकरण पवित्र व सुंदर है वही इंसान वास्तविक सुखी है | आज हर इंसान धन व संसाधनों में सुख ढूढ़ता है | और कई अर्थशास्त्रियों ने भी अनुमान लगाया कि विकसित देशो के नागरिक अधिक खुश रहते हैं बजाए गरीब देश के | लेकिन जब सर्वे किया गया तो ये तथ्य सामने आया कि किसी भी देश के नागरिको की प्रशंसनता उस देश की औसत आय पर निर्भर नही करती | मनुष्य के जीवन स्तर मे वैभव ऎश्वर्य संसाधनों की मात्रा में काफी वृद्धि हुई है लेकिन सुख में शून्य मात्रा से भी वृद्धि नही हुई है | इससे यही अनुमान निकलता है कि अर्थशास्त्रियों का अनुमान ठीक नही था | धन और ऐश्वर्य के सभी साधन मिलकर भी इंसान को वास्तविक ख़ुशी नही दे सकते |