Sunday, June 4, 2017

सफलता की परिभाषा क्या है ? जीवन में सफलता कैसे पाए ?

Image result for safalta kaiseसफलता की परिभाषा क्या है ? सफलता  की कोई परिभाषा या अर्थ नही हो सकता |  हर व्यक्ति के अपने माप दंड़ हैं | "धीरू भाई अंबानी "  को 50 रु० से लेकर 750 करोड़ कमाना सफलता है तो मदर टरेसा व कैलास सत्यार्थी जैसे लोगो  के लिए हजारो लोगो की मदद करना सफलता है |  उज्ज्वल पाटनी का कहना है कि -

" सफलता के व्यक्तिगत मायने होते हैं | ये महत्वपूर्ण नही है कि आप सफल हैं ये महत्वपूर्ण है कि आप उतने सफल है ? जितनी आपके अंदर योग्यता है | अगर आप अपनी योग्यता के साथ न्याय नही करते थोड़ी बहुत सफलता से आप संतुष्ट हो तो एक्चुल में ये सफलता नही है " 

सफलता पर्स्नल सोच है | विधार्थियों के लिए अच्छे नंबरों से पास होना सफलता है तो बुजर्गो के लिए उनके बच्चो की अच्छी पढ़ाई व उनका अच्छे से सैटल होना सफलता है | और मेरे जैसे लोगो के लिए अपने परिवार में सुख शांति से रहना ही सफलता है | इसलिए माना जाता है कि संतुष्टि ही सफलता का मूल भाव है | अर्ल नाइटिंगेल का कहना है कि -

" मूलयवान लक्ष्य की लगातार प्राप्ति ही सफलता है " 

सफल होना चाहते हो तो सोचने के लिए समय निकालें :- अगर आप सफल होना चाहते हो तो कुछ समय सोचने के लिए अवश्य निकालें | आप का इंट्रेस्ट किस फिल्ड में है  ?  उस फिल्ड में कितनी योग्यता की जरूरत है  ?  क्या आप के अंदर वह योग्यता है  ? क्या आप उसे हासिल करने में सक्षम हैं ? आपकी इस कार्य में मदद कौन कर सकता है ? आपके सामने परेशानी क्या क्या आ सकती हैं ? और उन परेशानियों का सलूशन क्या है ? आप अच्छी तरह से सोच कर ही अपनी प्राथमिकतो को समझ सकते हो | 

लक्ष्य तय करके आगे बढ़ें :- जिंदगी में कैरियर हो या पढ़ाई लक्ष्य बनाकर ही आगे बढ़ना चाहिए | अगर आपको मंजिल तक पहुंचना है तो आपको योग्य बनना होगा | अपनी पसंद का लक्ष्य तय करने के बाद हमे सब से पहले ये देखना होगा कि जो लक्ष्य तय किया है उसके लिए हमारे अंदर योग्यता है या नही | नही है तो उसे पाने के लिए क्या -2 करना होगा ? एक बार लक्ष्य तय करने के बाद उसमे कोई भी बाधा आए उससे ना डगमगाए | आपने  जो भी लक्ष्य बनाया है उसे हासिल करने के लिए  उसमे अपनी तरफ  से 100 % दें | इससे सफलता जरूर मिलेगी और आप अपना एक अलग मुकाम हासिल कर सकोगे | मनचाही सफलता पाने के लिए धैर्य रखें हर कार्य में सफलता मिलने में समय लगता है | 

आगे बढ़ने का द्रढ़ संकल्प लें :-  संकल्प के लिए स्थिरता होनी चाहिए  जो पेशन से आती है | कई आदतें हमारे जीवन में गलत होती हैं | फिर भी हम उन्हें नही बदल पाते क्यों ? क्यों कि उन आदतों को बदलने के लिए  हम द्रढ़ संकलिपत नही होते | आदतों को बदलने के लिए हम मन को मजबूत नहीं बनाते | इसलिए हम जानते हुए भी अपनी गलत आदतों को नही बदल पाते | हम सोचते तो ये हैं कि इस काम को हफ्ते में पूरा करेंगे लेकिन महीने में भी उसे पूरा नही करते | क्यों ? क्यों कि मेहनत और सही तैयारी करने की बजाए सुनहरे सपने देखने में लगे रहते हैं जिस की वजह से हम समय रहते अपना कार्य पुरा नही कर पाते | हमे आगे बढ़ने का संकल्प लेना चाहिए और उस पर अडिग रहना चाहिए | ये इतना आसान तो नहीं है लेकिन मुश्किल भी नही है| ये संकल्प हमारी लाइफ के किसी भी पहलू से जुड़ा हो सकता है | संकल्प ही आपकी जिंदगी को खुशहाल करेगा | जो भी संकल्प लिया है उसके फायदों की लिस्ट बना लें कि इससे आपकी लाइफ में क्या क्या फायदे हैं | आप अपनी  योग्यता  को पहंचानते  हुए अपने कैरियर की तरफ ध्यान दें | सुनहरे सपने तो बहुत लोग देखते हैं लेकिन सफल वे लोग ही हो पाते हैं जो द्रढ़ संकल्प से अपनी योग्यता के अनुसार लक्ष्य चुनते हैं |  
             
खुद पर विश्वास करें :- जब भी कोई कार्य शुरू करें तो आपके मन में  वी कैन " यानी हम कर सकते हैं कि भावना होनी चाहिए | जो भी संकल्प आपने लिया है उसे पुरे विश्वास से पुरा करो | एक ही संकल्प बार बार लेने का मतलब है कि आप आत्मविश्वासी नही हैं  आपको अपने ऊपर पूरा विश्वास नही है अपने आपको कभी भी अंडर एस्टीमेट ना करें और ना ही ओवर कॉन्फिडेंस के शिकार हों इसके लिए बीच बीच में अपनी योग्यता व प्रयासों का आंकलन करते रहें  | और जो भी कमी दिखे उसे दूर करते रहें | जो लोग खुद पर भरोषा करते हैं वे ही अपना कॉन्फिडेंस बढ़ा पाते हैं | और इस कॉन्फिडेंस का नतीजा यह निकलता है कि वे कभी भी चुनौती भरे कार्यो से नही घबराते |    

आत्मविश्वास से भरे होने के कारण ही कोई भी लक्ष्य उन्हें कठिन नही लगता 
           - दैनिक जागरण 


अच्छी नियत व ईमानदारी से कार्य करें :- जब हम किसी कार्य को अच्छी नियत से करते हैं तभी हम उस कार्य में डूब पाते हैं , पूर्ण समर्पित हो पाते हैं | वह कार्य हमारे रोम रोम में बस जाता है |  ईमानदारी व अच्छी नियत की ताकत से ही आगे बढ़ सकते हैं  | हो सकता है आपके लक्ष्य पर पर दुनिया ऊगली उठाये आपकी नियत पर शंक करें आपकी निंदा करें | अगर आपकी नियत साफ हैं आपके कार्य में ईमानदारी है तो दुनिया की परवाह ना करें |और द्रढ़ता से आगे बढ़ते जाऐ  | जो लोग आज आपकी बुराई कर रहे हैं वो लोग  कल आपके साथ होंगे | आपकी मिसाल देंगें | 

सयंम अनुशासन में रहें :- अनुशासित व्यक्ति व्यवधानों के बीच में भी सजगता से कार्य करता है|  गीता के छठे अध्याय में कहा गया है कि -

" व्यक्ति अपना उद्धार करे ना की पतन जीवन पथ पर चलते हुए कई बार काटों का भी सामना करना पड़ता है | इन संघर्ष रूपी काटों को फूलों के रूप में जीवन में अपनाने वाला कोई विरला ही होता है और वह विरला वो ही इंसान बन सकता है जिसने खुद को जीत लिया है  " 

हर इंसान एक जैसा नही हो सकता फिर विन्रम व अनुशासित कैसे हो सकता है |   विवेकानंद जी  का कहना है कि  -

"किसी भी क्षेत्र में वही व्यक्ति शासन कर सकता है जो अनुशासित है "  

प्रक्टिस से हो परफेक्ट :- किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए प्रक्टिस जरूरी है | प्रेक्टिस से ही किसी भी कार्य में निखार ला सकते हैं | खुद से बहुत ज्यादा उम्मीदें ना करें | धीरे -२ ही निखार आता है | सफल व्यक्ति जमकर प्रक्टिस करते हैं | आप जितनी प्रक्टिस करोगे उतना ही आपके कार्य में निखार आयेगा | गीता में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि -

" मन को अभ्यास से ही साधा जा सकता है इसके आलावा कोई विधान आपको अनुशासित या आत्मनिर्भर नही बना सकता "

समर्पण ही सक्सेस की सीढ़ी है :- हर इंसान सक्सेस चाहता है लेकिन हर इंसान सक्सेस की कीमत  नही चूका पाता | इसलिए हर इंसान सक्सेस नही होता | जो लोग सक्सेस की कीमत चुकाते हैं वो लोग सक्सेस का जश्न मनाते हैं | आप ये जानते होंगे कि जितना धन 90 % लोगो के पास है उतना या उससे ज्यादा 10 % लोगो के पास है | क्यों कि उनका ध्यान सिर्फ पैसे कमाने पर लगा रहता है | सक्सेस लोग किसी समस्या से नही घबराते और ना ही मेहनत करने से पीछे हटते हैं | वो काम को एन्जॉय करते हैं |


द्रढ़ इच्छा रखें व कड़ी मेहनत से आगे बढ़े :- संघर्ष व पर्तिस्पर्धा की दौड़ में वही लोग आगे बढ़ सकते हैं जिनमे द्रढ़ इच्छा है | और द्रढ़ता आपकी तैयारी और ज्ञान से मजबूत होगी | कई लोग देखे जाते हैं कि वो करना तो बहुत चाहते हैं लेकिन कुछ कर नही पाते क्यों? क्यों  कि उनमे इच्छा होती है द्रढ़ इच्छा नही | जिन लोगो में द्रढ़ इच्छा होती है वे किसी के डाटे नही डटते | उनके अपोजिट चाहे सारी दुनियां हो जाये वो किसी की परवाह नही करते और  उस कार्य को करके ही दम लेते हैं | 


कामयाब होना है तो एक ही मंत्र जपो  " करो या मरो" :- "करो या मरो "  मंत्र को जपने वाले अपनी  नाव अपने ही हाथ फ़ूंक देते हैं | यानि की अपने लिए दूसरा  रास्ता नही रखते | बार -२ असफल होने पर भी अपनी धुन नहीं छोड़ते और एक दिन कामयाब होकर ही रहते हैं | ऐसे लोग ही दुनियां में नया इतिहास रचते हैं | आज का इंसान नया एक्सपेरिमेंट करना नही चाहता बनी बनाई राह पर चलकर कामयाब होना चाहता है|  जब तक एक्सपेरिमेंट नहीं करोगे तब तक कामयाब नही  हो सकते |  अमेरिकी वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन ने अपनी जिद व जनून से सफलता पाई उन्हें स्कुल से मंद बुद्धि  कह कर स्कुल से निकाल दिया गया था | लेकिन उन्होंने ना किसी की निंदा की परवाह की और ना मुश्किलों की | ऐसे बहुत से जनुनी लोग रहे हैं जिन्होंने जितने की द्रढ़ इच्छा से हर समस्या को चीर ते हुए आगे बढ़े हैं| कहते हैं कि -

" आप आसान तरीके से असाधारण कार्य नही कर सकते | इसके लिए आपको अपने अंदर हमेशा आगे बढ़ने की आग लगाई रखनी पड़ेगी"  

जीतने की जिद ही आपको कामयाबी दिलाती हैं | बस एक सबक याद रखना कामयाबी हार्ड वर्क से मिलेगी इसका कोई दूसरा ऑप्शन नही है | 

सुनहरे भविष्य की कल्पना करें :- जो कामयाबी के सपने देखते हैं, कामयाबी के बारे में सोचते हैं उनके कार्य में निपुणता आने लगती है| वे अच्छी तरह से परिकल्पना करने लगते हैं | और उनके लिए कामयाबी के रास्ते खुद ब खुद खुलने लगते हैं | पोजेटिव सोचें पोजेटिव सोच आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है | 

आपके कार्य क्षेत्र में आपकी कोई बुराई करता है तो बिफरें नहीं बल्कि सूझ बुझ से काम लें :- आलोचनाओं को एक सुझाव के रूप में लें अगर आप को कोई सुझाव ठीक लगता है तो आप उसे अपने जीवन में उतारें और अगर नहीं तो अनसुना कर दें | 

" जीने का मतलब ही है विरोध करना व विरोध का सामना  करना "

तभी इंसान कामयाब हो सकता है | इसका मतलब ये नही है कि आप नैतिक मूल्यों को भूल जाओ | स्वयं के मन में स्वाभिमान का जज्बा विकसित करें | घर हो या आफिस अपने कर्तव्य को निभाते हुए चलें तभी आप दुसरो के लिए आदर्श इंसान बन पाएंगे |  


इम्प्रूव योर इमेज डवलप योर क्वालटी :- इंसान की अच्छी इमेज हर कदम पर आगे बढ़ने का मौका देती है | लेकिन हम कुछ गलत आदतों की वजह से अपनी इमेज बिगाड़ लेते हैं| ये याद रखना कि हर इंसान में कुछ  ना कुछ गलत आदत होती हैं और कोई भी  आदत ऐसी नही है जिसे बदल  ना जा सकें | चाहे हम दुसरो के सामने कितनी ही डींगे हांके लेकिन हमारा जमीर जानता है कि हमारे अंदर कितनी क्वालटी है या ये भी हो सकता है कि हम अपने आप  को अंडर स्टीमेट करते हों या ओवर कॉन्फिडेंट हो | दोनों ही स्थति में हमारी ग्रोथ रुक जाएगी |अपनी सही स्थति को पहंचान कर जो कमिया या खामियां आपने अंदर हैं उन्हें दूर करके खुद को सक्षम बनाकर आगे बढ़े अगर आप अपनी आदतों के सामने हारे तो आपको डर रहेगा कि  कही ओरो के सामने आप उपहास का कारण ना बन जाए |

कैरियर में प्रयजनो का महत्व समझें :-  हमारी कमियों व खूबियों का आंकलन हमारे प्रियजन  करते हैं ये हमारे व्यक्तित्व के विकाश के लिए बेहतर रहता  है | इंसान की सफलता के पीछे उनकी मेहनत व लग्न ही नही बल्कि परिवार,  रिलेटव, दोस्तो का भी हाथ होता है | दोस्तों के साथ डिस्कस करने मे ना हिचकिचाए हो सकता है आपकी बात से कुछ लोग सहमत हों और आपकी मदद कर सकें | या आप उनकी किसी चीज में मदद कर सकें | चालर्स दिकेन्स कहा है कि -

" उन लोगो  के लिए अपने होठो पर ताला ना लगाए जिनके लिए आपने दिल के दरवाजे खोल रखे हैं "

सही गलत की पहंचान हमारे अंदर होनी चाहिए | तभी अपने तय किये हुए लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिस कर सकते हैं | और सही कोशिस ही आपको कामयाबी की तरफ ले जा सकती है | 



कैरियर को ऊंचाई पर ले जाने के लिए सपने देखना व उन सपनो को पुरा करने का सहास ही काफी नही है |उसमे आई कठनाइयों से जूझने का माददा  होना जरूरी है :- हर इंसान के जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं इनसे विचलित ना हो| और ना ही  विपरीत परिस्थतियों से घबराकर अपने कदम पीछे खींचे |असफलता ही सफलता की सीढी है ये सोचकर  विपरित परिस्थतियों का सामना करें | और जितना हो सके उतना परिस्थतियों के अनुसार खुद को बदलने की कोशिश करें | कभी कभी इंसान के अंदर आत्मविश्वास कूट कूट के भरा होता है और कभी टुटा हुआ नजर आता है | कभी हंसता मुस्कराता दिखता है | तो कभी गुमसुम अधीर हो जाता है | लेकिन कुछ चीजें हैंजिनसे इंसान अच्छे बुरे समय का सामना कर सकता है | पुरे मनोबल से इंसान किसी चीज की पाने की सोचे तो लगन व मेहनत से उसे पा सकता है | 



    

No comments:

Post a Comment