
दोस्तों ! खुद को बेहतर बनाने के लिए नई साल में कुछ संकल्प लेना जरूरी हैं | लोग कई संकल्प लेते हैं जैसे हैल्थ कॉन्सेस होना ,सुबह जल्दी उठना हार्ड वर्क करना , किसी वीक पॉइंट पर काम करना आदि | हम कैसे दिखते हैं इसके साथ साथ जरूरी है कि लोग हमे किस रूप में जानते हैं ? हमारे बारे में क्या राय रखते हैं ? हम दुनियां की निगाह में क्या इमेज बनाना चाहते हैं ? बच्चो के रोल माडल कैसे बनें ? इसके लिए जरूरी हैं हमे कुछ संकल्प लेना -
1 हार ना मानने का संकल्प :- दोस्तों जीवन में कभी हार कभी जीत कभी सुख कभी दुःख, कभी लाभ तो कभी हानि कभी मान तो कभी अपमान कभी सफलता तो कभी असफलता मिलती रहती है | जब बार हमारे जीवन में अपडाउन आते हैं तो हम घबरा जाते हैं | असफलता को हम झेल नहीं पाते और हमारी हिम्मत साथ छोड़ने लगती है | असफलता को हम अपनी किस्मत मानकर समझौता कर लेते हैं और आगे बढ़ने की कोशिस करनी छोड़ देते हैं |
जब हम बच्चपन में सीख सकते हैं या कर सकते हैं तो बड़े होकर क्यो नही ? क्योकि बड़े होने के साथ साथ हमारा ईगो भी बड़ा होने लगता कॉन्फिडेंस डाउन होने लगता है | हम हारने से नहीं डरते हारने के बाद समाज को फैंस करने से डरते हैं | इसलिए हम आने वाले सुनहरे मौके को नहीं देख पाते | और असफल होकर पूरी जिंदगी असफलता को बोझ ढोते रहते हैं |
2 रिश्तों को मेंटेन करके चलने का संकल्प :- दोस्तों हमेशा ही जिंदगी में जब आप कुछ बड़ा करोगे, हार जीत आपके सामने होगी | कुछ लोग आपकी जीत से जैल्सी करेंगे वो आपसे कटने लगेगे | और अगर आप हार गए तो कुछ लोग आपको कमजोर मानकर पीछे हट जाएंगे | सफलता व असफलता में ही रिस्तो को बारीकियों से समझने का मौका मिलता है| जो लोग आपके सुख व दुःख में दिल से निस्वार्थ होकर साथ हैं वही आपके अपने हैं | मेरी पर्सनल राय तो ये है कि सब से ज्यादा लोग धोखा अपना बनाकर देते है | सब से ज्यादा होशियार रिस्तो में रहो स्वार्थ पूरा रिश्ते खत्म | लेकिन फिर भी हमे दुनिया में रहना है तो अकेले तो नहीं रह सकते इसलिए इसलिए सबसे तालमेल बिठा कर चलना | कहावत हैं कि -
"जिंदगी के सफर में मुस्कराते रहिये दिल मिले या ना मिले हाथ मिलाते रहिये"
नई साल में ये देखो कि हम अपनी लापरवाही व बीजी सईदुल के चलते हम उन अपनों से कितने दूर होते जा रहे है जिनसे हमे तालमेल बिठा कर चलना है उन पर ध्यान दें | उनसे कभी कभी मिलने का व बात करने का समय निकाले |
3 किसी की पर्सनेल्टी पर नेगेटिव टैग लगाने से बचें :- दोस्तों हम जैसा सोचते हैं वैसा ही कार्य करते हैं और जैसे कार्य करते हैं वैसे ही बन जाते हैं | इसलिए अपनी थिंकिग पर ध्यान दें हमारे विचार कई बार किसी एक बात को लेकर इतने नेगेटिव चले जाते हैं कि हम सामने वाले के बारे में गलत सोचने लगते हैं | एक दो बातें पसंद नही आने पर उसकी पर्सनेल्टी पर टैग लगा देते हैं | जैसे भाई महीनों तक फोन नही कर पाया .... टैग लगा दिया बेपरवाह है रिस्तो की फ़िक्र ही नहीं हैं | बिजी सिडुल के चलते किसी को प्रायटी नही दी .... टैग लगा दिया घमंडी है | ऐसे टैग लगाने से बचें | पर्स नेअल्टी पर लगे टैग कभी नही मिटते |