Wednesday, September 12, 2018

सक्सेस की सीढ़ी चढ़ना चाहते हो ? अपनी पसंद का कार्य करें !!!


Image result for success chahiyeहैलो फ्रेंड्स ! आप ये तो जानते ही हो हर इंसान लाइफ में सक्सेस चाहता है लेकिन हर इंसान सक्सेस हो नही पाता | जो कार्य परमात्मा ने  हमारे लिए चुना है, जब तक हम उस कार्य को नही करेंगे उस मंजिल तक नही पहुंचेगे जो परमात्मा ने हमारे लिए तय की है तब तक हम सक्सेस नही हो सकते | 

आपने देखा भी होगा कि कई लोग छोटे-छोटे कार्यो मे भी सक्सेस हो जाते हैं | कई लोग बड़ा कार्य करते हैं बहुत पैसा लगाते है लेकिन सक्सेस नही  होते | ऐसा क्यों ? क्यों कि जो कार्य आप कर रहे हैं अगर उसे आप इन्जॉय नही कर रहे तो आप अपनी फिल्ड में सक्सेस नही हो सकते |

इसलिए लाइफ में आप वो कार्य करो जो कार्य करना आपको पसंद है |अपनी हर परेशानी व रुकावटों को इग्नोर करके अपना फोक्स व अपना समय उस कार्य को दो , हर संभव कोशिस करो |  आप खुश भी  तभी रह जब आपने लाइफ में जो चाहा उसे अचीव किया हो | कुछ अचीव किये बिना आप कभी भी खुश नही रह सकते |  

सक्सेस से जीवन ख़ुशी व आनंद से भर जाता है और फैलियर से  हमेशा  टेशन किरिएट होती  हैं | ऐसा नही है कि सक्सेस लोगो की लाइफ में कभी विपरीत परिस्थति नही आती | आती हैं फैलियर लोगो से ज्यादा आती हैं लेकिन सक्सेस लोग अपनी परेशानियों या विपरीत परिस्थतियों की वजह किसी और को नहीं मानते |वो हमेशा उसकी वजह ढूढ़ते हैं उसका सलूशन निकाल कर मंजिल तक पहुंचते है | 

फैलियर लोगो के जीवन में हमेशा बेचैनी चिड़चडाहट रहती है और जब भी उन लोगो से  उनके फैलियर की वजह पूछोगे  ? वे पचास लोगो को अपनी फैलियर की वजह बताएंगे हजारो परिस्थतियों का रोना रो देंगे | रामायण में लिखा है  - 

"किसी को दोष देने से भाग्य की रेखा नही बदल जाती | इंसान अपने ही कर्मो का फल पाता है "

सक्सेस लोगो से उनकी सक्सेस की वजह पूछना वो सिर्फ एक बात बतायेगे की उन्हें सक्सेस चाहिए थी इसलिए सक्सेस हुए | 

दोस्तों ! खुद से पूछो कि आप क्या चाहते हो ? सक्सेस या फैलियर !सक्सेस चाहते हो तो वो करो जो कार्य आपको पसंद है और जो सक्सेस के लिए जरूरी है | उन चीजों पर फोकस मत करो जो आपकी लाइफ में रुकावट पैदा करती हैं | बुरे वक्त में निराश ना हो समय बदलता रहता है जीवन में अच्छे बुरे दिन आते रहते हैं इस समय हाइपर ना हो, चिंतित ना हो, विपरीत परस्थतियों के समय सामान्य लहजे से जिए ठंडा दिमाग रखें ठंडे दिमाग से रहेंगे तो अनजान भय से बच जायेगे | 

हम उस भय के बारे में सोचते रहते हैं जो है ही नही | रास्ते पर चलते रहेंगे तो मंजिल तक पहुंच ही जायेगे | हमारे कर्म या हमारी आदतें ही हमारी परेशानियों का सबब बनती हैं उन पर फोक्स करो जो आपके लिए जरूरी है | हम परिस्थतियों में फंस कर रह जाते हैं | और हमारे हाथ से सुनहरा समय फिसल जाता है | परिस्थति कभी भी अनुकूल नहीं होती उन्हें अनुकूल बनाना पड़ता है |