
लक्ष्य बनाना हमारे लिए इसलिए भी जरूरी है अगर आपने जीवन का लक्ष्य नही पहंचाना और नहीं तय किया तो आपका जीवन इधर उधर भटकने में ही व्यर्थ हो जायेगा |और जिस दिन आपको ये अहसास होगा कि में बहुत कुछ कर सकता था पर कुछ किया नही उस दिन आपको पछतावा के सिवा कुछ नही मिलेगा |
हर इंसान का लक्ष्य अलग -अलग हो सकता है | जैसे कैलास सत्यार्थी जी का लक्ष्य है मजबूर बच्चो को सहारा देकर उन्हें कामयाब करना और धीरू भाई अंबानी के लिए अरबो का अम्पायर खड़ा करना |
हर इंसान कुछ बड़ा करने का सपना देखता हैं परंतु कुछ लोग उन्हें पाने के लिए पूरी मेहनत व कोशिस करते हैं और कुछ लोग सिर्फ सपने देखते रह जाते हैं |
सफलता का इससे कोई तालूक नही है कि आप किसी सम्पन या प्रतिष्ठित परिवार में जन्म लें | अगर ऐसा होता तो गरीबी से अमीरी की कहानी ही नहीं बनती गरीब, गरीब रहता और अमीर,अमीर बनता जाता | कोई नया इतिहास नही रच पाता |
जो व्यक्ति अपनी अंदुरनी वैचारिक प्रक्रिया से बाहरी दुनियां की समझ को बदल सकता है, उसे सफल होने से कोई नही रोक सकता | इंसान में कड़ी मेहनत ,आने वाली चुनौतियों को झेलने और धैर्य बनाए रखने की हिम्मत होनी चाहिए | जिंदगी वही देती है जो हम उससे मांगते हैं |
सिर्फ सोचने से सफलता नहीं मिल जाती सोचते तो बहुत लोग है | कई लोग तो सोचने में ही सालों लगा देते है कदम नहीं उठा पाते और समय हाथ से फिसल जाता है | और ना ही सिर्फ कड़ी मेहनत करने से सफलता मिल जाती है कड़ी मेहनत तो मजदूर पूरी जिंदगी करते हैं | दो रोटी व दो जोड़ी कपड़े भी ढ़ग में नही हासिल कर पाते |
ईश्वर हर इंसान को अपनी क्षमता दिखाने का मौका देता है |कोई भी अवसर एक मौका है | जब तक कि इसे किसी भी रणनीति दुवारा भाग्य में नहीं बदला जाता | जब तक हम कोई कदम नहीं उठाते ये कारगर नहीं होता |
लक्ष्य को पाने के लिए हमे नकारत्मक व अनावश्यक सोच को त्याग कर आगे बढ़ना पड़ता है तभी हम लाइफ में आगे बढ़ सकते हैं | हम सबकी जिंदगी में हर इंसान को कभी ना कभी ये लगता है कि ईश्वर ने हमारे साथ इंसाफ नहीं किया | लेकिन ऐसा नही अगर आपके पास कोई डिग्री नही है तो उन लोगो को देखो जो कभी स्कुल भी नही जा पाए |
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