
हाय दोस्तों ! में ललतेश यादव | दोस्तों ! कई लोग कहते हैं कि -दूसरे लोगो की मदद क्यों करनी चाहिए ? इससे क्या लाभ ? महान लोगो का कहना है - जो आपको चाहिए वो देना सीखो |
सक्सेस चाहते हो तो दूसरे लोगो को सक्सेस होने में मदद करो , आगे बढ़ना चाहते हो तो दुसरो को आगे बढ़ने में मदद करो , पैसा चाहिए तो पैसा दो , सहानुभूति चाहिए तो सहानभूति दो ,विश्वास चाहिए तो दुसरो पर विश्वास करो | इज्जत चाहिए तो इज्जत दो , साथ चाहिए तो साथ दो |
जो आपको चाहिए वो आप दो | जो आप दोगे वही आपको मिलेगा | आपने देखा होगा जो लोग गाली देते हैं उन्हें बदले में गाली ही मिलती हैं , कोई भी गाली देने वाले पर फूल नही बरसाता | प्रकृति का नियम है जो बीज तुम बोते हो वही काटने पड़ते हैं | किसी ने बहुत अच्छी बात कही है -
" जिंदगी एक प्रतिध्वनि है सब कुछ वापस आ जाता है ,अच्छा बुरा झूठ सच सब कुछ ''
अत: दुनिया को आप सबसे अच्छा देने का प्रयास करें | और निश्चित ही सबसे अच्छा आपके पास आयेगा | ऐसा नहीं हो सकता जब आपको जरूरत पड़े तो आप मदद चाहो ,और जब किसी सामने वाले को आपकी जरूरत पड़े तो आप ढूढे भी ना मिलो |
जीवन में वही लोग असफल होते हैं जो लोग सिर्फ अपने हित के लिए काम करते हैं , अपनी जिंदगी अपने तक सिमित रखते हैं| और जब खुद को जरूरत पड़े तो सोचते हैं कि लोग हमारी हैल्प करें | जब कोई उनकी हैल्फ नही करते तो दुसरो में कमी निकालते हैं,शिकायत करते हैं कि कोई हमारा साथ नहीं देता, हमे कोई नही पूछता ,कोई अपना नही है | ये भूल जाते हैं जब आप कुछ देते हो तभी आपको कुछ जीवन में मिलता है | प्रकृति भी तभी हमे दूसरा सांस देती है जब हम पहला सांस छोड़ते हैं |
जीवन में वही लोग असफल होते हैं जो लोग सिर्फ अपने हित के लिए काम करते हैं , अपनी जिंदगी अपने तक सिमित रखते हैं| और जब खुद को जरूरत पड़े तो सोचते हैं कि लोग हमारी हैल्प करें | जब कोई उनकी हैल्फ नही करते तो दुसरो में कमी निकालते हैं,शिकायत करते हैं कि कोई हमारा साथ नहीं देता, हमे कोई नही पूछता ,कोई अपना नही है | ये भूल जाते हैं जब आप कुछ देते हो तभी आपको कुछ जीवन में मिलता है | प्रकृति भी तभी हमे दूसरा सांस देती है जब हम पहला सांस छोड़ते हैं |
"सफल लोग दुसरो की मदद के लिए हमेशा अवसर तलाशते रहते हैं ,और वही असफल लोग कहते हैं इससे भला मेरा क्या फायदा ?"
जब तक आप सिर्फ अपना फायदा देखोगे तब तक आप अपनी लाइफ में सक्सेस नही हो सकते | आप उसी काम में सक्सेस होते हो जिससे किसी और को भी बेनिफिट हो | आपके कार्य से किसी और को कोई बैनिफिट नही है तो आप लाइफ में कभी भी सक्सेस नहीं हो सकते | बाबा रामदेव जब दुनिया में कामयाब हुए जब उन्होंने प्राणायाम से लोगो को बीमारी मुक्त किया | बिलगेट्स इसलिए सक्सेस हुए इन्होने माइक्रो सॉफ्टवियर बनाया |
जीवन की सबसे सुखद अनुभूति देने में है। दुनिया, स्वामी विवेकानंद जी सुभाषचंद्रबोस , आजाद भगतसिंह ,मदरटरेसा , ए पी जे अब्दुल कलाम जैसे - देश को कुछ देने वालो को याद करती है, ना की लेने वालो को | आप भी उनलोगो को पसंद करते हैं जो आपकी हैल्फ करते हैं ना कि उनकी जो आपसे हमेशा मांगते रहते हैं |
देने वालो से ही समाज व दुनिया का कुछ भला होता है। जब हम किसी को निस्वार्थ कुछ देते हैं या मद्त करते हैं, तो लेने वाले का ह्रदय प्रसन्न होता है | और प्रसन ह्रदय व्यक्ति दिल से दुआ देता है । दुआ यश्स्वी बना देती है।
देने का मतलब सिर्फ ये नही है कि आप किसी की रूपये पैसे से ही मद्त करें। जिसे फाइनेंसियल स्पॉट की जरूरत है तो उसे फाइनेंसियल स्पॉट करें, जिसे मॉरल स्पॉट की जरूरत है, उसे मोरल स्पॉट करें और जिसे फिजिकली हैल्प चहिए उसे फिजिकली हैल्प करें।
देनें का सबसे बड़ा महत्व तो ये है कि जब किसी और की मदद करते हैं , उस से पहले खुद की मद्त हो जाती है। लेकिन किसी की मदद करते हुए ये जरूर सोचें कि ये मदद आप क्यों कर रहे हो ? मद्त सिर्फ इंसानियत के नाते करें, किसी लालच वश या अहसान जताने के लिए ना करें।
किसी कार्य को करने से अगर एक इंसान को भी बैनिफिट होता है तो वो कार्य जरूर करना चाहिए | आज का इंसान इतना सेलफिश हो चुका है कि सिर्फ अपने बैनिफिट के बारे में सोचता है वह जो भी कार्य करता है वह उन्हें खुश करने के लिए करता है जिनसे उसे बैनिफिट हो ।
महान लोग वो होते है जो गरीब लाचार लोगो के लिए कुछ करते हैं । जब आप गरीब व् लाचार लोगो के लिए कुछ करते हैं तो इससे आत्मसंतुष्टि मिलती है | संतुष्ट इंसान ही खुश रहता है | एक चीनी कहावत है -
" अगर आप कुछ घंटो की शांति चाहते हो तो एक झपकी ले लो और अगर एक सपताह की शांति चाहिए तो पिकनिक पर चले जाए और अगर उम्र भर खुश रहना चाहते हो तो किसी अनजान जरूरत मंद की मदद कर दो ।
🙉
ReplyDelete