दोस्तों ! सफलता के मार्ग में कई रुकावट आती हैं | और अक्सर लोग इनका इल्जाम दुसरो पर लगाते हैं | लेकिन अगर ध्यान दें तो देखेंगे कि आपकी सफलता में रुकावट आप खुद है | अपनी कुछ गलत आदतों की वजह से सक्सेस की राह में रुकावट बनतें हैं | आइये जानते हैं सफलता के सूत्र -
1 बिना प्लानिंग के कार्य ना करें :- दोस्तों ! ऐसे लोग जीवन में कभी सक्सेस नही हो सकते, जो सही से प्लानिंग नही करते | सक्सेस की पहली सीढ़ी सही प्लानिंग है | जिसने सही प्लानिंग कर ली सोच लो वो सक्सेस की पहली सीढ़ी चढ़ गया | सक्सेस होने के लिए हर कार्य को करने से पहले उसकी अच्छी तरह से सोच समझकर प्लानिंग करें, तभी उस कार्य में सक्सेस मिल सकती है | लेकिन हम सोचने के लिए वक्त ही नही निकालते | किसी ने सही कहा है कि -
"संसार की सभी समस्याएं आसानी से हल हो सकती हैं यदि इंसान सोचने को तैयार हो ,लेकिन दिक्क्त यह है कि अक्सर मनुष्य यह कोशिश करता है कि उसे कुछ सोचना ना पड़े क्युकि सोचना कठिन लगता है "
"संसार की सभी समस्याएं आसानी से हल हो सकती हैं यदि इंसान सोचने को तैयार हो ,लेकिन दिक्क्त यह है कि अक्सर मनुष्य यह कोशिश करता है कि उसे कुछ सोचना ना पड़े क्युकि सोचना कठिन लगता है "
2 टाइम किलर एक्टिविटीज को अवॉइड करें :- काफी कीमती समय अँसेसरी कार्यो व विचारों में बर्बाद कर देते हैं | जैसे हम सभी कुछ ना कुछ कार्य करते हैं लेकिन उसमे कुछ भूल या गलती हो जाती हैं तो उस भूल या हानि के बारे में हम सोच सोच कर खुद को पीड़ा पहुंचाते हैं और रुक कर खड़े हो जाते हैं | आप कहेगे ऐसा होना स्वाभिक है तो आप तनिक सूर्य की तरफ देखिये वो हर रात अंधकार से लड़ता है फिर भी शुबह नई ऊर्जा व नये तेज के साथ उदित होता है और संसार को नियमित रूप से प्रकाश देता है |
3 विपरीत परस्थतियों के चलते हार ना माने :- -ए पी जे अब्दुलकलाम जी ने अपने भाषण में एक बात कही थी -
3 विपरीत परस्थतियों के चलते हार ना माने :- -ए पी जे अब्दुलकलाम जी ने अपने भाषण में एक बात कही थी -
" कोई इंसान कितना भी छोटा क्यों ना हो उसे हौसला नही छोड़ना चाहिए | मुश्किलें मुशीबतें जिंदगी का हिस्सा हैं और तकलीफें कामयाबी की सच्चाइयां हैं | खुदा ने ये वादा नही किया आसमान हमेशा नीला ही रहेगा ,जिंदगी भर फूलों से भरी राहें मिलेंगी | खुदा ने ये वादा नही किया कि सूरज है तो बादल नही होगें ,ख़ुशी है तो गम नही होगा , सकूंन है तो दर्द नही होगा "
अपने भीतर सोय हुए निष्चयबल को जगाओ सर्वदेश सर्वकाल में सर्वोतम आत्मबल को अर्जित करो आत्मा में अथाह सामर्थय है | अपने को दीन हीन मान बैठे तो विश्व में ऐसी कोई सत्ता नही जो तुम्हें ऊपर उठा सकें | अपने आत्मस्वरूप में प्रतिष्ठित हो गए तो विश्व में कोई ऐसी हस्ती नही जो आपको दबा सकें | सदा स्मरण रहे कि इधर उधर भटकती व्रतियों के साथ हमारी शक्ति भी बिखरती रहती है | अतः वृतियो को बहकाएं नहीं | तमाम वृतियों को एकत्रित करके जो कार्य करते हैं उसमे लगाएं |
4 पेशेंस रखें :- जितना बड़ा वृक्ष होगा उसके बीज के अंकुरित होने की यात्रा भी उतनी ही लंबी होगी | ठीक उसी प्रकार जीवन के शुभ संकल्प जितने श्रेष्ठ होंगे उनको साकार रूप लेने में उतना ही समय लगेगा | संकल्प रूपी बीज ऐसे ही फलित नही हो जाएंगे | परिश्रम रूपी खाद से नित इन्हें सिंचित करना पड़ेगा संकल्प रूपी खाद डालनी पड़ेगी कुसंगरूपी कीड़ा से बचाना होगा |
उसके बाद आपके सामने बीज नहीं अपितु एक विशाल वृक्ष होगा जिसकी शीतलता छाया तले अनेको लोग विश्राम व मधुर फलों से तृप्ति पा रहे होंगे और इससे आपको मिल रहा होगा एक परम धन्यता का अनुभव और जीवन की सार्थकता का आनंद | सक्सेस योग्यता,कड़ी मेहनत के साथ साथ समय मांगती है | कार्य को सफल बनाने के लिए जितनी एनर्जी की जरूरत होती है उतनी लगानी ही पड़ती है | आपने दुनियां के जितने भी महान लोगो के बारे में सूना है या देखा है- उन्हें सक्सेस रातो रात व आसानी से नही मिली | उन्होंने 16 से 18 घंटे सालों काम किया है | मुसीबतों का सामना किया है तब जाकर वे सक्सेस हुए हैं | सच कहा है किसी ने -
"लाख मुश्किलें आए ,बार -बार असफलता सामने आए, लेकिन जिंदगी का मुकाम वही होता है, जो आप तय करते हैं"
Jaan liya🙂
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