Monday, May 13, 2019

भाग्य तो लगडा है इसे कर्म की बैसाखी से चलना पड़ता है!!!


" खुदी को कर बुलंद इतना ,खुदा जमी पर आकर, बंदे से पूछे ? बता तेरी रजा क्या है "

दोस्तों! मेहनत जीवन को निखारती है, सवारती है और इंसान को ऐसा गढ़ती है जिसकी प्रसंसा किये बिना कोई नही रह सकता । हर इंसान उसके जैसा बनना चाहता है। महेनती इंसान ही पथरों में फूल खिला सकता है | मेहनत से ही इंसान कामयाबी की उचाईयों को छू सकता है | मेहनत हमे आगे ही नही बढ़ाती बल्कि जीवन जीने का नया अंदाज सिखाती है।

"भागवत गीता में भी कर्म के ऊपर 80 श्लोक लिखे गए हैं | और प्रथम 6 अध्याय में कर्म  की ही व्याख्या की गई है | 

सर्व प्रथम स्थान कर्म को ही दिया गया हैं | किसी भी सपने को साकार करने की प्रथम जरूरत कर्म है | कर्म किये बिना सपना साकार नही होता | सपने देखना आसान है लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करना जरूरी  है | जो लोग कर्म प्रधान होते हैं वे लोग ही अपने सपने को साकार  कर पाते हैं | जब किसी सक्सेस इंसान को देखते हैं तो कहते हैं कि इसकी किस्मत अच्छी है। लेकिन दोस्तों किस्मत कुछ भी नही है सिर्फ मेहनत का फल है । सुरेश माली जी कहते हैं - 

"भाग्य तो लगडा है इसे कर्म की बैसाखी से चलना पड़ता है इसलिए भाग्य के भरोषे मत बैठिये "

मेहनत कर रहे हो तो एक दिन आपको सक्सेस का फल मिल ही जायेगा | किस्म्मत किसी की भी अच्छी नही होती किस्मत मेहनत से अच्छी बनाई जाती है | अगर लगातार मेहनत करते हैं तो किस्मत अच्छी बन जाती है | अगर आपने पूरी मेहनत नही की तो किस्मत खराब रह जाती है।

हाँ ऐसा हो सकता है कि मेहनत में आपको कम ज्यादा मिले । ये नही हो सकता कि आप पढ़ाई करो चार घन्टे और सपने देखो आई ए एस  बनने के । हाँ ये हो सकता है की आपने पढ़ाई की आई ए एस की और आप बन गए pcs । किसी भी फिल्ड में सक्सेस पाने के लिए अपने कार्य को चौबीस घंटे देने पड़ते हैं ,चौबीस घंटे देने का मतलब ये नही है की आप चौबीस घंटे काम करो, चौबीस घंटे का मतलब है कि दिमाग से सोचो,  मन से कल्पना करो, पूजी लगाओ और जितनी शरीर की मेहनत जरूरी है उतना मेहनत करो तभी जाकर आप सक्सेस हो सकोगे |  

"तुलसी दास जी ने 78 साल मेहनत की तब जाकर अपने अनुभव से रामयण लिखी" 

मैने अपने आसपास के कई लोगो को देखा है जिन्होंने अनपढ़  या थोड़े पढ़े लिखे होने पर भी अपनी मेहनत व अनुभव से लाइफ में बहुत कुछ अचीव किया है | अगर आप की अपने कार्य में श्रद्धा नही है अपने पर व परमात्मा पर विश्वास नही है तो आप अपने कार्य में कभी सक्सेस नही हो सकते  | 

दोस्तों ! सक्सेस का पढाई से कोई खास लेना देना नही है | सक्सेस का मतलब सिर्फ अपनी फिल्ड की नालिज व मेहनत से है | आपने कितनी मेहनत की है कितनी आप अपनी फिल्ड की नालिज रखते हैं इसी  पर आपकी सक्सेस निर्भर करती हैं | अगर सिर्फ पढ़े लिखे लोग ही सक्सेस होते तो कभी भी अनपढ़ या काम पढ़े लिखे लोग अपनी फिल्ड में सक्सेस नही हो पाते |  बिलगेट्स ,अंबानी ,मार्क जुगलबर्क्स जैसे लोगो को उनकी सक्सेस से कोई नही जानता | 









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