Monday, June 3, 2019

आपकी सफलता के स्तर को आपके सबसे करीबी लोग तय करते हैं !!!

आपके आसपास लीडर्स रहे यह सुनिश्चित करने की कुंजी यह है कि आप अच्छे से अच्छे लोगो को खोज कर उन्हें अपनी टीम में शामिल करें और फिर उनकी सर्वोच्च क्षमता के अनुसार उन्हें लीडर्स के रूप में तैयार करें | महान लीडर्स ही दूसरे लीडर्स तैयार करते हैं | आपको ये बता दू कि ऐसा क्यों करते हैं-  लीडर के आस पास के लोग ही उसकी  सफलता के स्तर को तय करते हैं |  




इस कथन का नकारत्मक पहलू भी सच है : लीडर के करीबी लोग ही उसकी असफलता के स्तर को भी तय करते हैं | दूसरे शब्दों में " जो लोग मेरे करीब हैं वे या मुझे बना देंगे या मुझे मिटा देंगे "मेरी लीडर शिप का सकारत्मक या नकारात्मक परिणाम इस बात पर निर्भर करता है कि मुझमे अपने सबसे करीबी लोगो को लीडर के रूप में विकसित करने की कितनी योग्यता है | यह मेरे इस मूल्यांकन की योग्यता पर निर्भर करता है कि मेरे संगठन में आने वाले लोग मुझे और मेरे संगठन को क्या दे सकते हैं | मेरा लक्ष्य अनुयायियों की भीड़ इकटठा करना नही है | मेरा लक्ष्य तो ऐसा लीडर्स का विकाश करना है जो बहुत कुछ परिवर्तन कर दे | 

एक पल के लिए रुकें और अपने संगठन में अपने करीबी पॉच छ :लोगो को देखें क्या आप उनका विकाश कर रहे हैं ?उनके लिए आपकी योजना क्या है ? क्या वे विकाश कर रहे हैं ? क्या वे आपका बोझ उठाने में समर्थ हैं ? 





जब भी कोई समस्या सामने आती है यानि संगठन में 'आग' लग जाती है तो लीडर के रूप में आप ही अक्सर सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचते हैं | उस समय आपके हाथ में दो बाल्टीयां होती है | एक में पानी होता है और दूसरे में पैट्रोल अगर आप उस 'आग' में पेट्रोल की बाल्टी डाल दें तो आग और भड़क सकती है और दूसरी और अगर आप उस पर पानी की बाल्टी दाल दें तो वह बुझ सकती है



लीडर का विकाश होगा ,तो संगठन अपने आप विकाश करेगा | कोई भी कंपनी या संगठन तब तक विकाश नही कर सकता तब तक उसके लीडर्स खुद विकाश न करें | लीडर्स खुद में सकारत्मक परिवर्तन कर लेंगे ,तो विकास अपने आप हो जाएगा | 



आम तौर पर लीडर्स दूसरे लीडर्स को विकसित करने में इसलिए असफल होते हैं ,क्युकि या तो उनमे प्रशिक्षण की कमी होती है या फिर दुसरो को अपने साथ जोड़ने और प्रोत्साहित करने के उनके नजरिए दोषपूर्ण होते हैं | अक्सर लीडर्स की मानसिकता अलग होती है कि उन्हें अपने करीबी लोगों के साथ मिलकर काम करने के बजाय उनसे पर्तिस्पर्धा करना है | 


महान लीडर्स की मानसिकता अलग होती है |प्रोफाइल्स इन क्रेज में राष्टपति जॉन एफ.कैनेडी ने लिखा है ," आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका दुसरो के साथ मिलकर आगे बढ़ना है | इस तरह की बात सिर्फ तभी हो सकती है, जब लीडर में परस्पर -निर्भरता का नजरिया हो और वह जीत -जीत वाले संबंधो के लिए समर्पित हो |  


दोस्तों ये समरी जॉन सी मैक्सवेल की लिखी। "अपनी टीम के लीडर्स को विकसित कैसे करें " की है | 







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