सोचो! आपको भी आपके जीवन में ये दस पश्चाताप ना करने पड़ें |
1 आपका जीवन जो एक बेहद प्रभावशाली गीत गाने के लिए मिला था ,आखरी समय में तुम पाओगे के तुमने निस्तंभ होकर जीवन गुजारा है |
2 अपने आखरी समय में महसूस करोगे कि अच्छा काम करने की और अच्छी चीजें हासिल करने की प्राप्त हुई नैसर्गिक शक्ति का तुमने अनुभव लिया ही नही |
3 आखरी दिनों में यह महसूस होगा तुमने ऐसा कोई काम नही किया जिससे अन्य लोग प्रोत्साहित हो सकें |
4 आखरी दिनों में तुम्हे लगेगा कि तुमने जीवन में कोई कठिन काम करने का जोखिम नही उठाया जिससे तुम्हें कोई पुरस्कार नही मिला |
5 आखरी दिनों में तुम्हें यह समझ आयेगा तुमने जीवन में कई अच्छे मौके गवाएं - जो तुम्हें विशेष स्थान पर ले जाते | तुम झूठी धारना में आकर साधारण योग्यताओ पर संतोष मानते आये हो |
6 आखरी दिनों में तुम्हे ये सोच कर बुरा लगेगा कि तुमने आपदा को जीत में बदलने की और शीशे को सोने में बदलने का हुनर नही सीखा |
7 तुम्हें इस बात का खेद रहेगा कि तुमने सिर्फ खुद की मदद की ,लोगो की मदद नही कर सकें |
8 आखरी दिनों में तुम्हे ये पता चलेगा कि तुमने ऐसा जीवन व्यतीत किया जो तुम्हे समाज ने सिखाया |
9 आखरी दिनों में तुम्हें इस वास्तविकता का पता चलेगा कि तुम्हारी क्षमता तुम्हे पता ही नही चली | अपनी योग्यता को वास्तविकता में बदलने का प्रयास ही नही किया |
10 आखरी दिनो में तुम्हें ये अहसास होगा कि तुम एक अच्छे इंसान इंसान बन सकते थे | जीवन में जो पाया उससे अधिक दे कर जा सकते थे | तुमने यह कभी स्वीकार ही नही किया की कि तुम्हारी घबराहट के कारण तुमने चुनौतियों को स्वीकार नही किया और अपना जीवन बर्बाद कर लिया |
दोस्तों ! ये समरी रॉबिन शर्मा की बुक अपने "अंदर के लीडर को पहचानों " की है | इसमे बहुत ही बेहतरीन तरीके बताये है अपने अंदर के लीडर को पहचानने के |
1 आपका जीवन जो एक बेहद प्रभावशाली गीत गाने के लिए मिला था ,आखरी समय में तुम पाओगे के तुमने निस्तंभ होकर जीवन गुजारा है |
2 अपने आखरी समय में महसूस करोगे कि अच्छा काम करने की और अच्छी चीजें हासिल करने की प्राप्त हुई नैसर्गिक शक्ति का तुमने अनुभव लिया ही नही |
3 आखरी दिनों में यह महसूस होगा तुमने ऐसा कोई काम नही किया जिससे अन्य लोग प्रोत्साहित हो सकें |
4 आखरी दिनों में तुम्हे लगेगा कि तुमने जीवन में कोई कठिन काम करने का जोखिम नही उठाया जिससे तुम्हें कोई पुरस्कार नही मिला |
5 आखरी दिनों में तुम्हें यह समझ आयेगा तुमने जीवन में कई अच्छे मौके गवाएं - जो तुम्हें विशेष स्थान पर ले जाते | तुम झूठी धारना में आकर साधारण योग्यताओ पर संतोष मानते आये हो |
6 आखरी दिनों में तुम्हे ये सोच कर बुरा लगेगा कि तुमने आपदा को जीत में बदलने की और शीशे को सोने में बदलने का हुनर नही सीखा |
7 तुम्हें इस बात का खेद रहेगा कि तुमने सिर्फ खुद की मदद की ,लोगो की मदद नही कर सकें |
8 आखरी दिनों में तुम्हे ये पता चलेगा कि तुमने ऐसा जीवन व्यतीत किया जो तुम्हे समाज ने सिखाया |
9 आखरी दिनों में तुम्हें इस वास्तविकता का पता चलेगा कि तुम्हारी क्षमता तुम्हे पता ही नही चली | अपनी योग्यता को वास्तविकता में बदलने का प्रयास ही नही किया |
10 आखरी दिनो में तुम्हें ये अहसास होगा कि तुम एक अच्छे इंसान इंसान बन सकते थे | जीवन में जो पाया उससे अधिक दे कर जा सकते थे | तुमने यह कभी स्वीकार ही नही किया की कि तुम्हारी घबराहट के कारण तुमने चुनौतियों को स्वीकार नही किया और अपना जीवन बर्बाद कर लिया |
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