जो चाहते हो, वो संभव है
आपको चुनना है कि आपको क्या करना है ? बेहतर करके प्रसद्धि या कुछ ना करके गुमनामी :- अगर आप को कुछ करना ही है तो बेहतर करके मिसाल बनो । यदि आपको आपका लक्ष्य नही मिल रहा है तो ढुडो ।अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए पूरी शक्ति व निष्ठां से लगे रहो । अपने काम के लिए मौके ढुडो । जो जीवन में चाहते हो उसका परिणाम निर्धारित करो । खुद से क्या अपेक्षा रखते हो इसका ज्ञान रखो।भटकाव व व्यवधान तो आते ही रहते हैं। लेकिन निरंतर पर्यत्न करने से,सक्षम मष्तिक से, श्रेष्ट विचारो से , समस्याओ को सुलझाने की कला से आप वास्तव में चमत्कार कर सकते हो ।
" मनुष्य की प्रतिभा उसकी छाया की तरह होती है जब वह आगे चलती है तो बहुत बड़ी हो जाती है"
ये सोच लो की सफलता आपको सस्ते में नही मिल सकती । आधा अधूरा काम आपकी क्षमता पर असर डालेगा। और आपके पुरे काम आपकी क्षमता और योग्यता को बढ़ाएंगे। किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए चाहे सामाजिक हो या व्यवसायिक हो पारिवारिक हो सही दिशा मे कड़ी मेहनत और जागरूता का बहुत बड़ा योगदान होता है ।
खुद का मूल्यांकन कम ना आंके :- सबसे बड़ी कमजोरी जानते हो इंसान की क्या है ? अपना मूल्यांकन कम आंकना। हम खुद नही जानते की हम क्या कर सकते हैं ? हम जानते हैं तो अपनी कमियां ,अयोग्यता । चलो इतना जानते हो तो अच्छा है अपना सुधार कर सकते हो। साथ ही अपने गुणो को देखो अपनी योग्यता पहचानो । जब आप अपनी योग्यता पहचानोगे तो पाओगे की आप कई बातो में सफल लोगो से आगे हो । इसलिए पहले खुद को पहचानों की आपमें कुछ कर गुजरने की क्षमता है ?आप अपने बारे जितना जानते हो उससे कई गुना बेहतर हो ।
" मनुष्य की जगह वह है जहां वह जाना चाहता है "
-डॉ वान
कामयाबी से पहले हर इंसान को संघर्ष से गुजरना पड़ता है सही फैसले लेने पड़ते है । रात दिन कड़ी मेहनत की हद से गुजरना पड़ता । कई बार सही आइडियाज भी हमे लाभ नही पहुंचाते इसलिए विचार विमर्श से फायदा उठाएं। सही समय पर निर्णय ले और बेहतर पर्द्शन दे। बेहतर पर्द्शन से ही ऊचाई पर पहुंच कर धन संपदा प्राप्त कर सकते हो।
जो तुम सोचते हो बोलते हो उसे पा सकते हो :- कोशिस तो करो उसकी तरफ चलो, जो भी इच्छा है उसे अपने आपसे कहो कि ये मुझे चाहिए। अपनी अंतरात्मा से दोहराओ, मन से इतना चाहो की आप का जनून बन जाएं । फिर देखो की वो इच्छा कैसे पूरी कर लेते हो । आपको पता भी नही चलेगा की आप की इच्छा कब पुरी हो गई । जब आप सोचते हो कि आप को धन की आवश्य्कता है तो आप उसे हासिल करने का कोई ना कोई रास्ता निकाल ही लेते हो । और जब आप किसी फिल्ड में सक्सेस चाहते हो तो कड़ी मेहनत करोगे और उसे पाने के लिए जी जान लगा दोगे। जिससे जो आपके लिए असम्भव था वो सम्भव हो जायेगा । बस आप पहला कदम उठाओ ।
मन को गुलाम बना लो कुछ भी असंभव नही रहेगा : -कहते हैं "मन के हारे हार है मन के जीते जीत" सारा दामोदार इस मन पर है जिसने इस मन को गुलाम बना लिया उसके लिए कुछ भी असंभव नही है । यदि आप सफल और सुयोग्य बनना चाहते हैं तो हमेशा प्रयत्न शील रहें । जिंदगी का असली मजा तो उस काम को करने में है जब लोग कहते हैं की तुम ये नही कर सकते और आप वो काम कर लेते हैं । चमत्कार भी इसी दुनिया में होते हैं । चमत्कार होते हैं दृढ़ विश्वास, कड़ी मेहनत ,सही प्लानिंग से । असंभव शब्द को अपनी लाइफ की डिक्सनरी से निकल कर फेंक दें क्यों कि असम्भव शब्द कर्म हीन लोगो के लिए बना है आप के लिए नही । क्योकि आप कुछ करना चाहते हैं,सीखना चाहते हैं इसलिए आपके लिए तो ब्रह्मांडीय शक्तियां स्वयं आपकी मदद करने के लिए आएगी ।
असंभव को संभव बनाने के लिए ऊचा चरित्र, शुद्ध नियत, और दिल से काम करने की जरूरत है :- बे मन काम करने से तो सिर्फ दाल रोटी ही कमा सकते हो । जब भी आप कोई जिम्मेदारी लें तो उस काम को करने में इतना फोकस करें की गलती से भी कोई गलती ना हो अपनी तरफ से १०० के १००% अच्छा करें । अपने मन को उस समय इधर उधर ना भटकाए। अगर आप का मन इधर उधर भटका तो आप सही तरीके से काम नही कर पाओगे । और जब तक सही तरीके से काम नही करोगे तब तक आप सफल नही हो सकते। आदर्श और पूर्ण व्यक्ति ही असम्भव को संभव बनाने की हिम्मत रखता है । जब तक आप पूर्ण नही बनोगे ,गलती करना नही छोड़ोगे ,तब तक आप असफल होते जाओगे सफलता एक चीज मांगती हैं और वो है पूर्णता । आपके अंदर वह क्षमता और गुणवत्ता है जो आपको चमका सकती है । बस अभ्यास करो और पुराने खाके को तोड़ कर अपनी क्षमता बढ़ाओ । अगर आप अपने विचारो पर काम कर रहे हो तो खुद पर भरोसा कर सकते हो । तुम जितना बेहतर सोचोगे उतना ही बेहतर कर पाओगे। आप को ये सोचना होगा की बेहतर सोचना और बेहतर करना ही तुम्हारे जीवन और कैरियर में कमाल का परिणाम लायेगा । आप बेहतर तरीको से काम करके ही कार्य कुशल और अधिक प्रभावशाली व्यक्ति बन सकते हो ।
खुद पर नियंत्रण रखें :- जब आपका अपने शरीर पर नियंत्रण होगा तो ये आप के दिमाग पर दबाब डालेगा। दिमाग को सही दिशा में ले जायेगा। जितना स्वस्थ आपका शरीर होगा उतना ही बलशाली आपका दिमाग होगा। उतनी ही सकरात्मक सोच होगी । जब आप सकरात्मक सोचोगे तो आपके पास सुख समृद्धि बढेगी आमदनी बढ़ेगी और आपको सम्मान मिलेगा । आपका नजरिया ही असम्भव को सम्भव बना सकता है। ऎसे लोगो से जान पहचान बनाये जो जिंदगी में कुछ करना चाहते हैं । इस दुनिया में कुछ श्रेष्ट करने के लिए आये हो । अगर आप ने कुछ नही किया तो इससे समाज और विश्व का बहुत बड़ा घाटा होगा । कई बार डर की वजह से कुछ बेहतर नही कर पाते। अगर कुछ बेहतर करना चाहते हो तो डर को भगाओ डर बेहतर नही करने देगा ।
कामयाबी का श्रेय साथियों में बाटें :- अगर आप कामयाबी का सारा श्रेय खुद लेना चाहते हो तो ये गलत है । अगर आपको लगता है कि ये आपके प्रयास से संभव हुआ है तो ये सरासर गलत है बेईमानी है आप गलत सोच रहे हैं। क्यों कि कुछ भी अकेले प्राप्त करना असंभव है। ये आपके साथियों की मेहनत, बड़ो के आशीर्वाद, कई लोगो की दुवाओं और प्रभु इच्छा से आपको प्राप्त हुआ है । लोग आपसे जितनी उमीद करते हैं उससे दुगना देकर असंभव को संभव बना लो।
सर्वोत्तम समय अपने कार्य में लगाए :- श्रेष्ट समय में श्रेष्ट करने की कोशिस करें । आप सर्वश्रेष्ठ तभी कर पाओगे जब उस कार्य के पीछे कोई बड़ा मकसद होगा । सजगता एकाग्रता विश्वास धैर्य निरंतरता इन गुणों से इंसान कठिन से कठिन कार्य को आसान बना लेता है। जब आप किसी की परवाह किये बिना आगे बढ़ते हो तो मजिल तक पहुंच ही जाते हो अगर रस्ते मे कोई मुस्किल आती भी है तो परमात्मा खुद कोई न कोई रास्ता जरूर निकाल देता है । जब तक आपके लिए कोई काम करना संभव नही है तब तक उस कार्य की पूरी जानकारी लेकर उसे करने की तैयारी करें ।किसी कार्य में तैयारी का मतलब है त्याग और अनुशासन । कल्पना करो तो उस कल्पना को पूरा करने के लिए ज्ञान भी कही ना कही से अर्जित हो जाता है ।
" इंसान की सबसे बड़ी खोज ये है कि वह उस काम को कर सकता जिस काम को पहले सोचता था नही कर सकता "
----हेनरी फोर्ड
हो सकता है कि शुरुआती प्रयासों में आपको सफलता ना मिले :- कई बार ऐसा भी होता है कि पहली बार में सफलता नही मिलती। लेकिन आप अपनी असफलता को पहला कदम ना माने । गहन मंथन करें की किन गलतियों की वजह से असफल हुए हो, उन्हें दूर करें। सयम व धैर्य से आगे बढ़ें ।धैर्य और सयम सफलता की महत्व पूर्ण कड़ी हैं। सयम ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। अगर संघर्ष के समय आपका सयम जवाब दे गया तो मंजिल पर पहुचना मुश्किल हो जाएगा । अगर आपमें पैशन है मेटली स्ट्रॉग है सपने देखने और पुरा करने की लग्न है, दिल में कुछ कर गुजरने की चाहत है तो मुकाम जरूर हासिल कर सकोगे । अगर इरादे मजबूत हो तो रास्ते खुद ब खुद निकल आते हैं । जब आप समझते हो की आप कार्य को कर सकते हो तो दुनिया का कोई दार्शनिक सिद्धांत ऐसा नही है कि जो आपको उस कार्य को करने से रोक सके । और अगर आप मानते हो की आप उस कार्य को नही कर सकते तो दुनिया में आपसे उस कार्य कोई नही करवा सकता। जब आपको लगता है की आप को मजिल मिल सकती है तो आप रस्ता ढूढ़ निकलोगे । और उस रस्ते से मंजिल तक पहुंच जाओगे। मनोबल और सकल्प ही वह शक्ति है जो लक्ष्य तक पहुंचाती है ।