Saturday, April 1, 2017

बड़ा बनना है तो बड़े सपने देखो !!!




Image result for jindgi me aage badne ke sutraदोस्तों !  आज युवा वर्ग का बड़ा सपना क्या है ? सिर्फ ये है कि  6 डिजिट में सैलरी हो , 4 वीलर गाड़ी हो , अच्छे दोस्त हो ,मन चाहा लाइफ पार्टनर हो ,  बड़ा सा  घर हो । कुछ और बड़ा सपना  है ? ' नही '

 ज्यादातर  लोग इतने को ही बड़ा  सपना मानते हैं । लेकिन नही ! दोस्तों ! ये बहुत छोटा सपना है । इसमें तो अपना घर परिवार, समाज भी सामिल नही है । फिर देश के लिए आप क्या कर सकोगे ?

 जब अपने परिवार या रिलेटिव को भी साथ लेकर नही चल सकते , तो आप और एक मजदूर में क्या फर्क रह गया ?  अपनी  जरूरतें तो मजदूर भी पूरी कर  लेता हैं, अपना परिवार तो वो भी पालता है । फिर आपने कौन सा बड़ा काम किया ? या कौन सा बड़ा सपना देखा ?  आपसे बड़े सपने तो फिर आतंकवादी ही देखते हैं कि मरना  है तो सैकड़ो को लेकर मरना है । और सैकड़ो को साथ लेकर मरते हैं।   

दोस्तों ! समाज की समस्या ही ये है कि जो कुछ अच्छा करना चाहते हैं वो बहुत छोटा सोचते हैं और छोटा कर पाते है । क्यों कि सही का साथ देने के लिए मजबूत आदमी निकल कर नही आते । और जो गलत सोचते हैं वो बहुत बड़ा सोचते हैं और गलत करते हैं और उनका साथ देने के लिए भी बहुत सारे लोग निकल आते हैं । तभी कहते हैं कि - 

" घास  बिना  बोए उगती है , और गुलाब को  उगाने  के लिए  माली को बहुत महेनत करनी पड़ती है "

लेकिन जो वेल्यु गुलाब की है वो घास की कभी नही हो सकती ।  बडी सोच पर टिके रहने में डर लगता है, थोड़ी ही देर में जोश ठंडा पड़ने लगता है , अपने मन से आवाज आने लगती है कि ये बहुत बड़ा है इतना करना मुशिकल है ना मुमकिन है।

ऐसा क्यों ? क्योंकि सालो से हमे छोटा सोचने की आदत बन चुकी है । छोटा सोचने की आदत को हमे बदलना होगा और ये तभी संभव है जब हम अपने मन की व बाहर से आने वाली नैगेटिव  आवाज को सुनना अवॉयड करेंगे। जब आप ऐसा करेंगे तो एक दिन आपको अंदर बाहर की नैगेटिव आवाज आनी भी बन्द हो जाएगी। और जो आपने सपना देखा है उसे हकीकत में बदलता हुआ देख पाएंगे।  d r apj अब्दुलकलाम जी ने बहुत अच्छी बात कही थी।

" सपने वो नही होते जो हम सोते हुए देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमे सोने नही देते "  

 जो सपने हम अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए देखते हैं, कुछ करने के लिए देखते हैं,समाज के उथान के लिए देखते हैं  वो सपने वास्तव में सोने नही देते। चौबीसों घन्टे वही सपने, उनकी प्लांनिग हमारे दिमाग में घूमते  रहते हैं।और तब तक रात दिन हमे शांति से नही बैठने देते जब तक हमारा सपना सच नही हो जाता। अनोनीमौस ने कहा है कि -

" जिन्हें सपने देखना अच्छा लगता है, उन्हें रात छोटी लगती है। जिन्हें सपने पूरे करना अच्छा लगता है, उन्हें  दिन छोटा लगता है "


जब हम किसी लक्ष्य की तरफ बढ़ते हैं तो अनेको समस्याएं आती हैं । लेकिन जब तक हर समस्या का समाधान नही मिल जाता तब तक हमारा दिमाग दौड़ता रहता है । दोस्तों ! दुनियां में ऐसी कोई चीज नही है जिसे आप चाहो और वो आपको ना मिले । बस हमारे सपने में जान होनी चाहिए उसके प्रति मन में जनून होना चाहिए। सपने के प्रति समर्पित होने चाहिए तभी आप अपने सपने को सच होते हुए देख सकते हो । 



हर अविष्कार किसी ना किसी का सपना रहा है। फिर एक दिन वह हकीकत बन के सामने आया है। जहाज बनाने का सपना राइट ब्रादर ने देखा ,बिजली का बल्ब बनाने का सपना थॉमस एडिसन ने देखा, रेल बनाने का सपना जेम्स वाट ने देखा, tv बनाने का सपना जान लाजी बायर्ड ने देखा, इंटरनेट का सपना विटेन कर्फ़ ने देखा । सुई से लेकर जहाज बनाने तक का  पहले सपना ही था । हर चीज का पहले सपना देखा गया फिर हकीकत बनी । 

और ये सभी सपने सच हुए। और सभी बड़े सपनो पर पहले दुनिया हंसी।और जब ये अविष्कार हुए तब दुनिया ने इन्हें माना और आज हर इंसान इन अविष्कारो का फायदा उठा रही है ।अविष्कारो से ही हमारी जिंदगी बदली है ।

1755 में एक प्रोफेसर ने फ्रिज का डिजाइन बनाया था उस पर किसी ने ध्यान नही दिया । बाद मे 1805 में oliver evans  एक अमरीकी अविष्कारक ने फ्रिज के बारे में बताया पर तरीका वही थालेकिन इसके बाद 1876 में  carl von linde  ने फ्रिज बनाने के तरीके को बेहतर बनाया ।समय के अनुसार सभी चीजो को बेहतर बनाया जा रहा है  


इसलिए दोस्तों ! जो भी आप सपने देखते हो उन पर विश्वास करो । उन्हें पूरा करने की कोशिस जरूर करो । क्या पता परमात्मा ने आपको किस अविष्कार के लिए या समाज के उथान के लिए दुनिया में भेजा है । 


सोचो आपकी हॉबी क्या है ? आप क्या  करते हुए खुद को भूल जाते हो ? क्या लाइफ में करना चाहते हो ? कुछ ना कुछ तो ऐसा जरूर होगा जिसे करके आपको ख़ुशी मिलती हो , जिसे करते हुए आप खुद को भूल जाते हो उसे जरूर करो। ज्यादा से ज्यादा समय उस कार्य को करने में लगाओ । 












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