
टाइम किलर एक्टिविटीज :- दोस्तों ! हमअपना कीमती समय अँसेसरी कार्यो व विचारों में बर्बाद कर देते हैं | जैसे हम सभी कुछ ना कुछ कार्य करते हैं लेकिन उसमे कुछ भूल या गलती हो जाती हैं तो उस भूल या हानि के बारे में हम सोच सोच कर खुद को पीड़ा पहुंचाते हैं और रुक कर खड़े हो जाते हैं | आप कहेगे ऐसा होना स्वाभिक है तो आप तनिक सूर्य की तरफ देखिये वो हर रात अंधकार से लड़ता है फिर भी शुबह नई ऊर्जा व नये तेज के साथ उदित होता है और संसार को नियमित रूप से प्रकाश देता है |
बिना प्लानिंग के कार्य करना :- दोस्तों ! मेरी एक बात याद रखना, ऐसे लोग जीवन में कभी सक्सेस नही हो सकते, जो सही से प्लानिंग नही करते | सक्सेस की पहली सीढ़ी सही प्लानिंग है | जिसने सही प्लानिंग कर ली सोच लो वो सक्सेस की पहली सीढ़ी चढ़ गया | सक्सेस होने के लिए हर कार्य को करने से पहले उसकी अच्छी तरह से सोच समझकर प्लानिंग करें, तभी उस कार्य में सक्सेस मिल सकती है | लेकिन हम सोचने के लिए वक्त नही निकालते किसी ने सही कहा है कि -
"संसार की सभी समस्याएं आसानी से हल हो सकती हैं यदि इंसान सोचने को तैयार हो ,लेकिन दिक्क्त यह है कि अक्सर मनुष्य यह कोशिश करता है कि उसे कुछ सोचना ना पड़े क्युकि सोचना कठिन लगता है "
हार मान लेना :- दोस्तों! में एक आर्टिकल पढ़ रही थी उसमे एक बहुत अच्छी बात लिखी थी -
"लाख मुश्किलें आए ,बार -बार असफलता सामने आए, लेकिन जिंदगी का मुकाम वही होता है, जो आप तय करते हैं"
इसलिए जुट जाइये | जी - जान से लक्ष्य का पीछा कीजिए सफलता जरूर मिलेगी | ए पी जे अब्दुलकलाम जी ने अपने भाषण में एक बात कही थी -
" कोई इंसान कितना भी छोटा क्यों ना हो उसे हौसला नही छोड़ना चाहिए | मुश्किलें मुशीबतें जिंदगी का हिस्सा हैं और तकलीफें कामयाबी की सच्चाइयां हैं | जैसे किसी ने कहा है - खुदा ने ये वादा नही किया आसमान हमेशा नीला ही रहेगा ,जिंदगी भर फूलों से भरी राहें मिलेंगी | खुदा ने ये वादा नही किया कि सूरज है तो बादल नही होगें ,ख़ुशी है तो गम नही होगा , सकूंन है तो दर्द नही होगा "
मुझे ये गरूर नही कि मेरी जिंदगी सबके के लिए मिसाल बनेगी | मगर ये हो सकता है कि कोई मायूस बच्चा किसी गुमनाम जगह पर जो समाज की किसी नामजूर हिस्से से हो, वो पढ़े उसे चेन मिले ,ये पढ़े उसकी उम्मीद रोशन हो जाएं| हो सकता है कुछ बच्चों को ना उम्मीदी से बाहर ले आए और जिसे वो मजबूरी समझते हैं वो मजबूरी ना लगे उन्हें यकीन रहे कि वे जहां भी हैं खुदा उनके साथ है |
पेशेंस की कमी :- सक्सेस योग्यता,कड़ी मेहनत के साथ साथ समय मांगती है | कार्य को सफल बनाने के लिए जितनी एनर्जी की जरूरत होती है उतनी लगानी ही पड़ती है | आपने दुनियां के जितने भी महान लोगो के बारे में सूना है या देखा है- उन्हें सक्सेस रातो - रात व आसानी से नही मिली | उन्होंने 16 से 18 घंटे सालों काम किया है | मुसीबतों का सामना किया है तब जाकर वे सक्सेस हुए हैं | महाभारत में लिखा है कि -
" जो इंसान अपने कार्य से आशाए व इच्छाएं नही रखता उसी व्यक्ति के कार्य पूर्ण होते हैं | एक असफलता से दुखी होकर जिसका मन नही डोलता ,एक सफलता से आनंदित होकर खुद को श्रेष्ठ नही मानता ऐसा व्यक्ति जीवन में बार - बार सफल होता है "
" जो इंसान अपने कार्य से आशाए व इच्छाएं नही रखता उसी व्यक्ति के कार्य पूर्ण होते हैं | एक असफलता से दुखी होकर जिसका मन नही डोलता ,एक सफलता से आनंदित होकर खुद को श्रेष्ठ नही मानता ऐसा व्यक्ति जीवन में बार - बार सफल होता है "
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