जीभ को संभालकर रखें शब्द बिगडे या हैल्थ बिगड़े दोनों ही हार्मफुल हैं |
इंसान को पहंचान ने के लिए प्रमाण पत्र की जरूरत नही है उसकी बोली से ही पता चल जाता है |
जो धर्म से भृष्ट हो गया हो जिसने पाप करने का दृढ निष्चय कर लिया हो ऐसे व्यक्ति का त्याग करने से व्यक्ति ऐसे निर्भय हो जाता जैसे व्यक्ति हाथ पर बैठे सांप को त्याग देने
-विभीषण ( रामयण )
जो परिवार से विमुख हो जाता है उसका परमात्मा भी आदर नही करता - मेघनाथ (रामायण )
कोई भी महत्वपूर्ण कार्य बिना सोचे समझे नही करना चाहिए जिसके लिए बाद में पछताना पड़े इसलिए उचित ,अनुचित व परिणाम के बारे में सोच कर ही कार्य करें |
पुत्र का कर्तव्य है जीते जी पिता की सेवा करना मृत्यु के बाद सुगति दिलाना |
ये विश्वास रखो सपने पुरे होने में देर नही लगती |
- तिरजटा राक्षसी
अपने शरीर को स्वस्थ रखना पहला धर्म है -हनुमान जी
जिसके पास सत्य है धर्म है ईश्वर भी उसकी रक्षा करता है |
रामायण में हर संशय का समाधान है |
देव -देव आलसी लोग करते हैं जिनमे संघर्ष करने की शक्ति नही है |
-लक्ष्मण
ईश्वर पर भरोषा करना कायरता नही है | मनुष्य के पास शक्ति केवल काम करने की है उसका फल विधाता के हाथ है |
सुख और दुःख तो केवल मन की स्थति का नाम है | किसी को दोष देने से किस्मत नही बदल जाती मनुष्य अपने ही कर्मो का फल पाता है |
महाभारत में लिखा है कि - " जो इंसान अपने कार्य से आशाए व इच्छाएं नही रखता उसी व्यक्ति के कार्य पूर्ण होते हैं | एक असफलता से दुखी होकर जिसका मन नही डोलता ,एक सफलता से आनंदित होकर खुद को श्रेष्ठ नही मानता ऐसा व्यक्ति जीवन में बार - बार सफल होता है "
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