Saturday, November 28, 2015

मेहनत असंभव को संभव बना देती है!!!

      मेहनत असंभव को संभव बना देती है   

मिटा दे अपनी हस्ती को अगर कुछ मर्तवा चाहे दाना खाक में मिलकर गुले गलजार होता है]] 

जीवन में कुछ भी हासिल करने के लिए सतत प्रयास जरूरी है। श्रम के बिना कुछ भी हासिल नही किया जा सकता। इसलिए सभी महापुरुष कर्म पर बल देते हैं। कर्म प्रधान इंसान अपने कर्म से हर समस्या का हल निकाल लेता। अवरोध व प्रतिरोध उस समय बोने हो जाते है जिस समय इंसान काम में डूब जाता है। काम में डूबने का मतलब है अपने अंतस की खोज करना। यहां आप ऐसे आदमी से मिलते हो जो कामयाबी की अधिक सम्भावनाओ से भरा होता है। थोमस  ऐ . एडिसन का कहना है कि 

कुछ  हांसिल  करने  के  लिए  जो  तीन  प्रमुख  चीजें  चाहियें,  वो  हैं कड़ी  मेहनत , दृढ़ता  , और  सामान्य   सूझ -बूझ .इसलिए  कड़ी मेहनत दृढ़ता और सूझ बुझ  के साथ खुद को काम में डुबो दें।

''अपने काम से प्यार करें। पैसे को कभी लक्ष्य न बनाएं। आप जिस काम को करते हैं, उसमे इतना डूब जाएं कि लोग आप से आखें ना हटा पाएं ''   
                                     & माया एंजोल अमरीकी लेखिका व अभिनेता           

अधिकतर असफलता के तीन कारण बनते हैं% & 

१ योग्यता की कमी & किसी भी लक्ष्य को तय करने से पहले अपनी योग्यता देखें परखें। अगर इन का मेल नही है तो कार्य में सफलता मिलनी मुस्किल है। इसलिए अपनी योग्यता को जरूरत के अनुसार बढ़ाये । 
  

२ आत्म अनुशासन की कमी &  अधिकतर लोगो का स्वभाव होता है की अपनी कमियां देखने की बजाए दुसरो में  कमियां देखता रहता है अगर उन्हें कोई समझाएं तो भी वे अपनी बात को  ही उप्र रखेगें खुद का अवलोकन करना ही नही चाहेंगे इसलिए योग्य होते हुए भी आत्मनिरक्षण की कमी की वजह से असफल हो जाते हैं। इसलिए अगर आप को कोई राय दे तो ध्यान से सुनें अगर बात आप के काम की है तो अपने स्वभाव में जरूर उतारे ।  

३ आत्मविश्वास की कमी -  अगर आपको खुद पर भरोसा है उस परमात्मा पर भरोसा है तो आपको असफल होने का डर नही घेरेगा। और जो परेशानीयां आएंगी उनका स्लूसन  द्रढ विस्वास के बल पर खोज लोगे। अगर आप के मन में ही सफलता को लेकर शंका बनी हुई है तो आप सफल कैसे हो सकते हो ? जो हमारा मन कहता है वही सही होता है। इसलिए अपनी टैलेंट पर शक न करें ।  


"आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत असफलता नामक बीमारी को मारने की सबसे बढ़िया दवा है । ये आपको सफल व्यक्ति बनाते है 
                                                                        - कलाम जी 

भट्टी में पड़कर ही सोना निखरता है  :-   विपरीत परिस्थति आने पर भी काम में जुटा रहना तपस्या है। इंसान जितना तपता है उतना ही निखर कर सामने आता है । उतनी ही उसकी वर्क कैपिसिटी बढ़ती जाती है । फिजिकली भी और मेंटली भी । जब आप फिजिकली और मेंटली तौर पर मजबूत रहोगे तभी आप सफल हो सकोगे। इसलिए कभी समस्याओ से न घबराएं और न ही काम की क्वालटी से समझौता करें । 

 "यदि हम काम में लगे रहें तो जो चाहें उसे हासिल कर सकते हैं  "
                                        - हेलन केलर 
लेकिन हमारे मन में इच्छा तो बहुत होती हैं बड़ी कोठी हो बगला हो बहुत सी कम्पनियां हो में बड़ा अफसर बनु मुख्यमंत्री बनु लेकिन हम लोग उस के हिसाब से मेहनत  नही करते किसी भी काम के प्रति ईमानदारी नही बरतते इसलिए अपने लक्ष्य तक नही पहुँचते। किसी का भी इतिहास उठकर देख लो बिना मेहनत को कुछ नही मिला। चाहे वो प्रधान मंत्री मोदी रहे हों या बराक ओबामा । 


"कड़ी  मेहनत  के  बिना  जीवन  हम  मनुष्यों  को  कुछ  भी  नहीं  देता ."
                                                                                      --होरेस 

संयमित रहें%& सयंमित इंसान ही सोच समझ कर बोलता व कार्य करता है उसे ये ध्यान रहता है कि कौन सा काम कब करना है \ कितना करना है \ जो काम हम करने जा रहे है ये आवश्यक है या नही और करना है तो कैसे करना है \ इस काम का क्या परिणाम निकलेगा किसी का नुकसान तो नही होगा । चार्ल्स   एवैंस  ह्युगेज ने भी कहा है कि -

" मै कड़ी मेहनत और लम्बे समय तक काम करने में यकीन रखता हूँ ,इंसान अधिक काम करने से नहीं टूटता बल्कि चिंता और असयंम से टूटता है " 
       -अज्ञात व्यक्ति 

मेहनत करने वाले लोग नेगेटिव टिप्पणी से नहीं घबराते । वह लोगो पर ध्यान नही देते की वो क्या बोलते हैं क्या सोचते हैं। लोगो की  क्या है \
 ]]पहले वो आप पर ध्यान नही देंगे ] फिर आप पर हसेंगे फिर आप से लड़ेंगे तब आप जीत जायेंगे]] 
                              - महात्मा गाँधी 

हर गलती पर कई बार सोचें  %& कुछ लोग छोटी सी गलती होने पर अवसाद में घिर जाते हैं। जब की गलती स्वीकार करके उसे सुधारने की जरूरत होती और गलती स्वीकार वही इंसान कर सकता है जो अपने कर्म में निष्ठा रखता हो। जो इंसान हर गलती से सीखता है वही अगले पड़ाव पर पहुँचता है। वरना लक्ष्य तक हर इंसान नही पहुंच पाता। इसलिए हर गलती पर रुके सोचे जो गलती हुई है उसे स्वीकार कर के सुधारें और आगे बढ़ जाएं। जब आप ऐसा करना शुरू कर दोगे तो जिंदगी में आने वाली कई समस्याओ को सुलझा सकोगे । 

 पिछे लौटकर जिंदगी को समझा जा सकता है] लेकिन जिंदगी जीने के लिए आगे जाना जरूरी है 
            -सोरेन अबाये किकेगाडर् 

इंसान के अंदर असाधारण कार्य करने के सारे गुण हैं। बस इन गुणों को अपने अंदर उतारने की जरूरत है। और ये गुण हैं सहनशीलता क्षमा संयम और नम्रता। जब आप के अंदर ये गुण आ जाएंगे तब आप दूसरों की गलतियो को माफ़ दोगे इससे आप हर इंसान को अपने नजदीक पाओगे।  
"असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श उदेश्य और सिद्धांत भूल जाते हैं" 
       - जवाहर लाल नेहरू   

मौका हा.थ से ना जानें दें %&खुद को योग्य बनाने और महेनत के साथ ये जरूरी है की आप की निगाहें मौके पर टिकी हो क्यु की जंदगी  मौका बार बार नही देती । इसलिए मौका मिलते ही चौका मर दो। नही तो आप ने खड्गोश और कछवा वाली कहानी सुनी होगी आप भी खडग़ोश की तरह योग्य होते हुए भी हार जाओगे ।  
  
 "हर दो मिनट की  शोहरत पीछे आठ घंटे की कड़ी मेहनत होती है "
                                     -  जेसिका सेेविच
   

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