कर्म करो उस में फसो मत। मरते वक्त ये विचार होना चाहिए कि परमात्मा में आपकी शरण में आ रही हूं मेरे परिवार में सूख शान्ति रखना अपनी याद इनके दिल में अपनी याद बनाए रखना। दुनियां अपने फायदे की बात करेगी साथ तो तुम्हारे शुभ कर्म ही जाएंगे। जितना टाइम मिले परमात्मा को याद करो। परमात्मा की याद से ही तुम्हारे विक्रम जलेंगे। फालतू वार्तालाप नही करनी है। पवित्रता फॉस्ट है। दुनियां में ऐसा काम करके जाओ जिससे दुनियां से जाने के बाद भी सेवा होती रहे। भोजन करते समय याद में रहना है। दिन में शरीर निर्वाह अर्थ कर्म कर रात को जाग प्रभु को याद करो। दुसरो की प्रॉबलम समझो।
डबल नशे की स्थिति द्वारा सदा निर्वघन बनने और बनाने वाले विश्व परिवर्तन भव
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