सर्व शक्तियों द्वारा हर कंप्लेन को समापत कर कंप्लीट बनने वाले शक्ति शाली आत्मा भव
शांती और धेर्यता की शक्ति से विघ्नो को समाप्त करने वाले ही विघ्न विनाशक है।
अंदर में अगर कोई भी कमी है तो उसके कारण को समझकर निवारण करो क्यों कि माया का नियम है कि जो कमजोरी आपमें होगी उसी कमजोरी के दुवारा वह आपको माया जीत बनने नही देगी। माया उसी कमजोरी का लाभ लेगी और अंत समय में वही कमजोरी धोखा देगी। योग के प्रयोग द्वारा हर कमपलेन को समापत कर कंप्लीट बन जाओ।
ज्ञानी वह है जो ना डरता है ना डराता है।
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