निश्चय करो हमारा जो कुछ भी है सो परमात्मा का है फिर ट्रस्टी होकर संभालो
तो सब पवित्र हो जायेगा तुम्हारी पालना परमात्मा करेंगे।
परमात्मा का बनने के बाद कोई कुकर्म किया तो सजा कई गुणा अधिक मिलेगी
जो पैसा तुम्हारे पास है वो एक एक पैसा श्रीमत से खर्च करना तुम्हें अपना घर भी संभालना है । एक भी पैसे की बरबादी ना हो लक्ष्मी का सम्मान करें।
प्रालब्ध कब अच्छा बनेगा जब पुरसार्थ अच्छा होगा।
सजना है तो विकारों को तज दो। सद्गुणों से सजना है।
सच्ची कमाई कर हाथ भ्रतू करके जाना है। एक बाप से सच्चा सौदा करने वाला सच्चा व्यापारी बनना है।
सब फिकर परमात्मा को देकर बेफिक्र स्थिति का अनुभव करने वाले परमात्म प्यारे भव
मेरा कहना मुस्कील में
पड़ना
No comments:
Post a Comment