Friday, November 11, 2016

माँ बाप का विश्वास क्यों तोड़ देते हैं बच्चे ? हिंदी कहानी


Image result for SKULL JATI LADKI" मॉम! मै टयूसन जा रही हूं ! परसो से एग्जाम हैं कुछ डाउट पूछने हैं टीचर से , इसलिए देर से आऊँगी। किताबें हाथ में उठाते हुए अंजली बोलती जा रही थी ।  

"अंजली को खुद टयूसन छोड़ कर आओ, अकेले जाना लड़कियों का ठीक नही है " अंदर से अंजली के पापा बोले । 

"पापा! " नाराज होती हुई अंजली  ने कहा, देखो  ना मॉम पापा कैसे करते हैं ? 

थोड़े दिनों में जब में कॉलिज जाऊगी क्या वहां भी आप मुझे छोडने जाएगी ? अब में बड़ी हो गई हूँ आपके साथ स्कुल या ट्यूशन जाते मुझे शर्म आती है ! बच्चे मजाक खीचते हैं !   

मॉम पापा पर नाराज होते हुए बोली "  ठीक कह रही है ! तब  ये कॉलिज जाएगी,या कही बाहर पढेगी तब भी इसे कॉलिज में छोड़ने जाऊँगी क्या ? अब बड़ी हो गई है अपना भला बुरा जानती है। अपने बच्चों  पर  विश्वास करना सीखो ।

जाओ बेटी ध्यान से जाना। अंजली ने मॉम को थैक्स कहा और ट्यूसन चली गई । 

पापा मॉल में गए और ये देख कर घबरा गये कि अंजली किसी लड़के के साथ । पापा बदहवास अंजली के पास पहुंचे ! और बोले यहां चल रहा है तेरा टयूशन ? अंजली का हाथ पकड़ कर खीचते हुए  मॉल  से बाहर चले गयें  । 

घर आकर मॉम के सामने खड़ा कर के बताया, कि  तेरी लाड़ली मॉल में किसी लड़के के साथ पिक्च्चर देखने गई थी। ये टयूसन चल रहा है ? यही है इसकी समझदारी ? इतना ही भला बुरा समझती है ये । शर्म आनी चाहिए तुमको इसे समझा नही सकती ?  इतनी छूट क्यों देती हो ? मेरी इज्जत की तुम्हें कोई परवाह नही है । 

मॉम का सिर शर्म से झुका जा रहा था ,वो बस एक ही बात सोच रही थी कि मेरी बेटी ने ही मेरा विश्वास तोड़ दिया । मैने इसकी हर बात पर विश्वास किया और इसने ऐसा करते हुए मेरे बारे में बिलकुल भी नही सोचा  । कि मॉम डेड़ पर क्या बीतेंगी ?  

क्या माँ बाप से बढ़ कर बच्चो का कोई हित चाह सकता है ? ' नही "  जो माँ बाप  बच्चो के हित के लिए सब कुछ कर सकते हैं। कम से कम उन माँ बाप का विश्वास तो मत तोड़ो ।

बच्चो की गलतियों को सिर्फ माँ बाप ही समाज से छुपा सकते हैं उन्हें सुधार सकते हैं । बच्चे अपनी जिदगी में निजी डिशिजन लेकर आगे तो बढ़ते हैं लेकिन कुछ कदमो पर ही डगमगा जाते हैं । 



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