Saturday, July 30, 2016

कंजूस सास ने लिया अंधविश्वास का सहारा!!!

          


प्राचीन  समय की बात हैं एक बुढ़िया के  बेटे की शादी हुई । बुढ़िया बहुत ही कंजूस थी। बुढ़िया ने सोचा अगर मेंने बहू को मना नही किया तो ये मेरी मेहनत की कमाई सारी खर्च कर देगी। और  इसे सीधे किसी बात को मन करुँगी तो ये मेरी बात नही मानेगी इसलिए कोई ऐसी युक्ति सोचनी चाहिए जिससे ये अपने आप ही ऐसे कार्य करें जिससे धन खर्च ना हो । 


शादी से दुसरी बार जब बहू घर में आई तो बुढ़िया ने बहू को पास बिठाकर समझाया की बहु हमारे घरो में कई बातो का विचार पहले से करती आ रही हैं । जिसने इन विचारो को तोडा हैं उसी के साथ अनहोनी हो जाती हैं । मेरे एक ही बेटा हैं अगर इसे कुछ हो गया तो हम दोनों सास बहू कही के नही रहेंगे । इसलिए कुछ कामो को भूलकर भी मत करना । बहू बोली ठीक है माँ जी अब आप बताओ की मुझे क्या क्या नही करना ।

सास बोली बहू मंगलवार , वीरवार , और शनिवार  को कपड़े नही धोने सिर नही धोना । पति से पहले खाना नही खाना , हफ्ते में कम से कम तीन व्रत जरूर करना , कभी सोना मत पहनना और ना ही कभी अपनी बहू को सोना चढ़ाना नही तो शादी में ही कुछ अनहोनी हो जाएंगी ,  खुद खरीद कर कपड़े मत पहनना , जल्दी जल्दी चूड़ी नही बदलना क्यों कि चूड़ियों के जोड़े गिनती के मिलते हैं ,अगर चूड़ी जल्दी जल्दी बदली तो जोड़े खत्म हो जाएंगे जिससे पति की मृत्यु हो जाएंगी । और बिमार होने पर डॉक्टर के मत जाना किसी बाबा से झाड़ा लगवाना उससे ठीक हो जाएगी । 

इन सब बातो को सुनकर बहू डर गई । बहू थी तो तेज परन्तु अनपढ़ थी सास की सारी  बातें गांठ बांध ली और पूरी जिंदगी ऐसे ही करती रही । बुढ़ापे तक बहू अपनी सास की बात समझ गई  कि बुढ़िया कंजूस थी इसलिए मुझे ऐसे कहा था । लेकिन अब उसे भी जोड़ने का चसका लग चूका था अब वो भी नही चाहती थी की उसकी बहू खर्च करें । 

फिर कुछ दिन बाद उस बहू के बहू आई उसने अपनी सास की बताई सारी बातें बताई फिर उसने भी ऐसे ही किया और  फिर उसके घर में बहू आई उसने भी ऐसा ही किया   भी लालच वस अंधविश्वास को खत्म नही करना चाहती थी । 

 ये  अन्धविश्वास का सिलसिला आज तक चलता आ रहा है । कई लोग आज भी इन अंधविश्वासों में फंसे हुए हैं । अगर इन्हें कुछ कहो तो इसे ये धर्म से जोडते हैं जिसके नाम पर फिर अच्छा खासा नाटक हो जाता है । ये अन्धविश्वास बढ़ता ही जा रहा है , आज तक ऐसे ही कई बातें सिर्फ अन्धविश्वास की वजह से चल रही हैं जिन्हें कोई सास बदलना नही चाहती । जिसकी वजह से से ये धंधा करने वालो का धंधा फल फुल रहा है ।  









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