
"साधारण व असाधारण लोगो में यही फर्क होता है । साधारण लोग तुरन्त रियेक्ट करते है और असाधारण लोग चीजो को समझने और गलती को माफ़ करने में विशवास करते हैं"
हम किसी की सोच को तो नही बदल सकते लेकिन किसी की गलत सोच की वजह नुकसान होने से बचा सकते हैं । असल बात तो ये है कि हम सामने वाले की बात पर किस तरह रिएक्ट करते हैं|हर बात का असर हम पर नही पड़ना चाहिए ।
क्रटिसाइज को मैनेज करना सीखें :- अगर आप क्रटिसाइज मैनेज करना नही जानते तो आप कोई ऐसी गलती कर दोंगे जो आपके व आपके कैरियर के लिए सही साबित नही होगी । और आपके पास पछतावे की सिवाय कुछ नही बचेगा । आप किसी भी कामयाब इंसान के बारे में जाने उसने कोई ना कोई गलती जरूर हुई होगी । आप उनकी गलती से सीख लेकर आगे बढ़ सकते हो ।
हम किसी भी इंसान को जब तक नही बदल सकते जब तक वो खुद बदलना ना चाहे :- जल्दी से नया किसी को पसंद नही आता नया डराता है । हमारे मन में गड़बड़ी व उलझन पैदा करता है । लेकिन जब तक आप क्रटिसाइज को अवॉयड नही करोगे तब तक आप कुछ विशेष नही कर पाओगें । जीवन में सक्सेस होने के लिए लीक से हट कर कार्य करना होगा , सभी धारणाओं को तोड़कर आगे निकलना होगा । तभी आप कुछ नया कर सकते हो ।
क्रिटिसाइज मैनेज ना कर पाने की वजह से सक्सेस नही हो पाते :- याद रखो श्रेष्ठ कार्य वही होते हैं जिन्हें आप कर दिखाओ और लोग देखते रह जाएं। जब किसी बात को और लोग गलत कहे तो हमे अच्छा नही लगता और जब उसी कार्य को हमारा मन गलत कहे तो हम उसे नही करते। इसलिए हमारा फैसला वो होना चाहिए जिसे हमारा दिल कहे और दिमाग सही माने ।
अगर आपके अंदर योग्यता है, तो फिर आप किसी की परवाह ना करें :- आपके अंदर योग्यता तो जन्म से होती है लेकिन उसे विकसित करना पड़ता है। और विकसित करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। सिर्फ अपनी योग्यता पहचानना काफी नही है, इसके साथ सही दिशा में कदम बढ़ाना भी जरूरी है । खुद को प्रूव करने के लिए किसी भी काम को सही ढंग से कार्य करना जरूरी है । और जब भी कोई कार्य लीक से हट कर होता है, तो लोग बाते तो करेगे ही जो सहमत वो सही बताएंगे और जो सहमत नही हैं वो गलत बताएंगे । कहते हैं -
" गलतियां विफलता ,अपमान निराशा और अस्वीकृति ये सभी उनत्ति और विकास का ही एक हिस्सा हैं । कोई भी व्यक्ति इन पाचों चीजो का सामना किए बिना जीवन में कुछ भी प्राप्त नही कर सकता "
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