Monday, September 12, 2016

जो हम जानते हैं वो एक दरिया है और जो सीखना है वो समुंदर !!!



दोस्तों ! सीखते रहिये, जितना सीखोगे उतनी योग्यता बढ़ेगी । जब आप किसी भी चीज को अच्छी तरह सीख लेते हैं तो उसे बेहतर तरीके से करने लगते हैं। और आप जितना ज्यादा अच्छी तरह सीख लेते हैं उतनी ही उस कार्य में आपको दक्षता प्राप्त हो जाती है। और दक्षता से वेल्यु बढ़ जाती है। बहुत अधिक व्यस्त रहने की बजाए अच्छे परिणाम की कोशिस करें। जीवन में श्रेष्ठ करने की सोचें इससे आप बेहतर इंसान बन सकते हैं । 

सशक्त इंसान बनना चाहते हो तो उम्र भर सीखते रहो %& अपनी क्षमताओं को सिमित न माने । बल्कि विभिन्न विषयो को समझने की कोशिस करें। नए नए तरीके खोजें समझने के लिए और जब तरीका मिल जाये तो उस पर अम्ल करें। जितना अभ्यास करोगे उतने ही नए तरीके आकर आपको उभारेंगे। एक बार अपने विचार स्पष्ट करले तो आगे भी अपने विचारो का व अपने अनुभव का इस्तेमाल कर सकते हो । 

आपको कोई कुछ भी कहें इसकी परवाह ना करें %& हाँ अगर आपकी अंतर आत्मा कचोटे तो सोच लो की आपके अच्छे दिन आ गए हैं। अब आप अपना कीमती समय ना गवाएं । अपनी कमियों को पहचाने और उन्हें दूर करें। अपनी योग्यता को मापो और फिर ठंडे दिमाग से सोच कर अपने आपको बदलो और सीखो ।  

स्वयं का अध्ययन करें तभी आगे बढ़ सकते हो:- पकी किस्मत में कुछ भी लिखा हो उससे उभरने के लिए अपने अंतर्मन में झांकना पड़ेगा। तभी आप उससे उभर सकते हो।आप कुछ करना चाहते हो और आप में योग्यता नही है तो आप योग्यता हासिल करोगें है । आगर आप में योग्यता की कमी है तो दुगना तीन गुना समय देकर सीखें। आप कोई और रास्ता भी ढुडो इससे आप जितना प्रयास करोगे आपके दिमाग की भी उतनी ही कसरत होगी। हर सीख जिदगी में कभी ना कभी काम आती है ।   

जब तक आप सीखते रहने के लिए तैयार नही हैं तब तक आप ऊँची सफलता हासिल नही कर सकते :- ये जरूरी नही है जब आप कोई कार्य शुरू करते हो तो आपके पास में कितनी योग्यता है । ये जरूरी है की आप कितना सीखते हो कितना बदलते हो । सीखने के लिए किसी को रोलमॉडल बनाएं तभी आप कुछ सीख सकते हो। लेकिन आपकी विलपावर इतनी स्ट्रॉग होनी चाहिए कि आप उनसे आगे निकल सको। उनसे अधिक सक्सेस फूल हो सको। हर परिस्थिति से आप खुद ही सीख सकते हो और कोई आपको कुछ नही सीखा सकता । आप अनुभव से ही सफल हो सकते हो । 

सफल लोगो को ध्यान से देखें उनके गुणों को जीवन में उतारें :- बोलन पढ़ना सुनना ये सीखना नही है। ये सीखने के रस्ते हैं। सीखना तो सिर्फ वो है जो आपने जीवन में उतारा है । जब तक आप सीखे हुए को जीवन में नही उतारते तब तक सीखने का कोई फायदा नही है।वो सीखो जो सफल लोगो ने सीखा उसे जीवन में उतारो जिससे वो सफल हो सकें। किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने लिए ये जरूरी है की आप कितना सीख सकते हो अपनी कार्य क्षमता कितनी बढ़ा सकते हो । और ये सब आपकी सोच पर निर्भर है । अगर आप सोचते हो कि आप सीख सकते हो तो सिख सकते हो तो सीख लोगे और अगर आप सोचते हो की आप नही सीख सकते तो आप नही सीख सकते  ।   


महान लोगो से प्रेरणा लें :- स्वामी विवेकानन्द जी को कभी किसी ने निराश होते नही देखा। वे निरन्तर प्रयास में लगे रहते थे ,उन्होंने अपने गुरु राम कृष्ण परमहंस से प्रेरणा ली थी।  महान लोग अपना जीवन तो सम्भालते ही हैं दुसरो के लिए भी प्रेरणा बन जाते हैं । महान लोगो से प्रेरणा लेकर ही हम सयंम त्याग व समर्पण सीख सकते हैं। महान लोग भी हमारे और आपकी तरह सामान्य लोग होते हैं वे अपने कार्य व्यवहार से महान बनते है। और विश्वास कीजिये आप भी अपने आचरण  व व्यवहार से महान बन सकते हो।   





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