Wednesday, August 17, 2016

जब सब भृष्ट हों तो अकेला इंसान किस किस का विरोध करे ?



दोस्तों ! ये तो कह देते  हैं की गलत का विरोध करो।  लेकिन जब नीचे से लेकर ऊपर तक सब भृष्ट हो तो  एक अकेला  इंसान किस किस का विरोध करेगा ?  में आपको  समाज का एक घिनोना रूप दिखती हूं। एक मजबूर  की आप  बीती सुना कर  । 


मेरे पास कुछ साल पहले एक लड़की काम के लिए आई । मुझे भी जरूरत थी मैने भी उसे काम पर रख लिया। एक दिन मेरी  पड़ोसन आई, उस काम वाली को देखकर,  उसका माथा ठिनका, बोली ये आपने किस को काम पर रख रखा है ? में बोली क्यों क्या हुआ ?  वो बोली ये चरित्र हीन  है, बिन ब्याही माँ हैं । आपको नही पता गांव के जसवंत ने  इसे अपने घर से धक्के देकर निकाला था । इसके घर वाले भी इसे अपने पास नही रखते ।    


ये सुनकर मुझे भी झटका लगा। मैने सोचा कि  मेरे घर में  भी जवान बच्चे है , मेरा बाहर आना जाना लगा रहता है ।  ऐसी लेडिस को घर में रखना उचित  नही  होगा  है । ये सोच कर में उसे बिना बताएं  ही और काम वाली ढूढ़ने लगी । 



मुझे जब तक काम वाली कोई नही मिली थी, तभी एक दिन उसने बिना बताएं ही काम पर आना छोड़ दिया । जब  कई  दिन बीत गए  तो, वो हमारे घर आई । बोली दीदी  मुझसे काम करा लो । मैने कहा में तो अब किसी और को काम पर रख चुकी हुं में अब आपको काम  पर नही रख सकती । 


ये सुनकर उसकी आंखों में आंसू आ गए । मुझे उस पर दया आई , मैने उसे अपने पास बिठाया, पानी पिलाया, और काम  वाली से उसके लिए चाय मंगवा दी । वो बैठकर चाय पीने लगी। मैने देखा की उसकी आखों में से बार बार आंशु भए जा  रहे हैं  , मुझ से ये देखकर रुका  नही गया। पूछा कि क्यों रो रही हो ?    

उसने मुझसे आशु छिपाने की कोशिस की और बोली कुछ नही दीदी चलती हूँ । मैने कहा बैठ जा ! और बता की क्या बात है ? तेरी आखों में से आंसू  क्यों आ रहे हैं ?  वो ये सुनकर बिल्क बिल्क कर  रोने  लगी।  बोली दीदी आप  मेरी क्या  पूछोगी ?  में तो घर से लेकर बाहर तक सताई हुई हूं । में ने कहा पहेलियां मत बुझा बता क्या बात है ?   जो उसने  बताया  उसे सुनकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए।  और विश्वास नही हुआ की कोई इतना भी गिर सकता है ।  



उसने बताया कि  मेरी माँ  बचपन में ही  मर गई थी । पिताजी ने दूसरी शादी कर  ली । मुझे मेरी बड़ी बहन दिल्ली ले आई। और मुझे तीन साल की को ही किसी के घर छोटे मोटे काम के लिए लगा दिया । और सौ  दो सौ रूपये मेरी बहन को देने लगी  । 


में उनके घर १० साल तक काम करती रही । और वो आंटी भी अब 1500 देने लगीं । एक दिन  एक लेडिस ने मेरी बहन से कहा में इसके काम के ३००० रूपये दूँगी तू  इसे मेरे घर काम पर लगा । मेरी बहन  ने उनके घर जाने  के लिया कहा। मेंने मना किया में यही ठीक हुं ये आंटी आपको 1500 रूपये दे रही हैं और मुझे पढ़ा  भी रही  हैं । लेकिन मेरी बहन नही मानी और मुझे जबरदस्ती उनके काम पर भेजने लगी।  

जिस दिन से में गई उसी दिन से मुझ पर उस घर के मालिक की गलत नजर  थी । ये बात मैने अपनी बहन से बताई, उसने उल्टा मुझे ही डाटा। बोली जैसे भी हैं इन्हीं के काम कर। इसकी अकेले की निगाह गलत  नही है, जहा भी जायेगी  वही गलत निगाह पाएंगी, कहा तक बचेगी।  इस लिए चुप चाप काम कर और इससे तुझे पैसे भी ज्यादा मिलेंगे ।  

मैने उस मालकिन से भी ये बात कही तो उसने मुझे ही डाटा और बोली की तू मेरे पति पर आरोप लगा रही है । कल से मेरे सामने ही जल्दी काम करके चली जाया कर । 

एक दिन मालकिन बीमार थी और वो अपने कमर में ऊपर थी । उस दिन मालिक ने मौका देखकर मेरा  रेप किया ,  में प्रेड्नेंट हो गई । मेरी बहन को 50 हजार रूपये देकर  उसका मुंह बंद कर दिया। मुझे डॉक्टर के पास ले जाया गया , डॉक्टर से एबोर्सन के लिए कहा। डॉक्टर ने मेरी कम उम्र और समय ज्यादा होने के कारण एबोर्सन नही किया ।  

मुझे मेरी मालकिन ने अपने घर में ही कैद कर दिया । और जब मेरे बच्चा हुआ तो उसे अनाथाश्रम में डालने की बात की। और कहा की बड़ा होकर हमारे लिए खतरा बन सकता है इसलिए इसका मर जाना या कही  दूर भेज देना ही उचित होगा । जब मेंने माना किया तो उन्होंने मुझे मारा पीटा।   और मेरी अपनी सगी बहन को एक लाख रुपये देकर अपनी तरफ कर लिया। मुझे धक्के देकर चरित्र हीनता का लेवल लगा कर घर से निकाल दिया । अब उन्होंने ने ही मेरे बेटे को किडनैप करवा लिया है ।  

मैने पूछा  तू पुलिस के पास नही गई ?  वो बोली दीदी पुलिस ने  भी मेरी कोई मदद नही की। 




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