
'' पति पत्नी का रिश्ता मजबूत भी होता और नाजुक भी । इसकी मजबूती निर्भर है साथी के साथ आपके तालमेल पर । जितना आप समझेगे परवाह करेगे स्वीकार करेगें उतना ही फलेगा ये रिश्ता "
अत्यधिक अपेक्षाएं उचित नही :-ये सच है की ये रिश्ता अपेक्षाएं भरा होता हैं लेकिन ये जरूरी नही की आपका साथी आपकी हर अपेक्षा पर खरा उतरे । इसलिए ऐसी अपेक्षाएं ना रखें जो पूरी न हो सकें । आज की इस भाग दौड़ भरी जिदगी में एक दूसरे से अपेक्षाएं रखने की बजाए एक दूसरे का सहयोगी बनने की कोशिस करें । लेडीजो में आदत होती है की वो छोटी छोटी बातों की शिकायत करती हैं । इससे रिश्तो में समस्याए बढ़ सकती हैं । एक दूसरे की शिकायत करने की बजाय एक दूसरे को समझने की कोशिस करें ।
व्यवहार नम्र रखें :- कई लोगो का व्यवहार बहुत ही रूढली होता है जिसकी वजह से बिना किसी बात के भी रिश्तो में खटास बनी रहती है । अगर एक का व्यवहार रूढली है भी तो दूसरे को सहनशीलता से काम लेना चाहिए। सहनशीलता से इंसान बड़ी से बड़ी लड़ाई जीत सकता है । इस रिस्ते में अगर छोटी मोटी बातो को टूल न दें तो इससे मधुर रिश्ता कोई और नही हो सकता ।
एक दूसरे को अहमियत दें :-रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ शमीका सोनी का कहना है रिश्ते में एक दूसरे की परवाह का मतलब ये नही है की आप हर घण्टे फोन या एस एम एस करें लेकिन अपना प्यार बनाए रखने के लिए जरूरी है की एक दूसरे को अनदेखा ना करें ।
अत्यधिक अपेक्षाएं उचित नही :-ये सच है की ये रिश्ता अपेक्षाएं भरा होता हैं लेकिन ये जरूरी नही की आपका साथी आपकी हर अपेक्षा पर खरा उतरे । इसलिए ऐसी अपेक्षाएं ना रखें जो पूरी न हो सकें । आज की इस भाग दौड़ भरी जिदगी में एक दूसरे से अपेक्षाएं रखने की बजाए एक दूसरे का सहयोगी बनने की कोशिस करें । लेडीजो में आदत होती है की वो छोटी छोटी बातों की शिकायत करती हैं । इससे रिश्तो में समस्याए बढ़ सकती हैं । एक दूसरे की शिकायत करने की बजाय एक दूसरे को समझने की कोशिस करें ।
व्यवहार नम्र रखें :- कई लोगो का व्यवहार बहुत ही रूढली होता है जिसकी वजह से बिना किसी बात के भी रिश्तो में खटास बनी रहती है । अगर एक का व्यवहार रूढली है भी तो दूसरे को सहनशीलता से काम लेना चाहिए। सहनशीलता से इंसान बड़ी से बड़ी लड़ाई जीत सकता है । इस रिस्ते में अगर छोटी मोटी बातो को टूल न दें तो इससे मधुर रिश्ता कोई और नही हो सकता ।
अच्छे कार्यो की सराहना जरूरी है:- अगर आपके साथी में कोई अच्छा गुण है तो वो सराहने योग्य है । जब किसी के अच्छे कार्य की सराहना की जाती है तो इससे मनोबल बढ़ता है । पति पत्नी को एक दूसरे की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए और जरूरत पड़ने पर एक दूसरे की मदद करनी चाहिए ।
आपस में किसी बात का छुपाव ना रखें :- पति पत्नी के बीच ये जरूरी है की किसी भी बात में छुपाव ना करें । एक दूसरे से अपने मन की बात तभी की जा सकती है तभी समझायी जा सकती है जब किसी तरह कोई छुपाव ना हो बिना भय व संकोच से कह सकें ।
" सयंमित व्यवहार करने पर सामने वाले व्यक्ति को अपनी गलती का अहसास जरूर होता है "
एक दूसरे पर शंक ना करें :- शंक रिश्तो में जहर का काम करता है । शंक का मतलब है कुछ ना होने पर भी आशंका बनी रहना । शंक का अपना कोई अस्तित्व नही है । शंक वास्तव में इंसान का विकार है जो अस्तित्वहीन होने पर भी जीवन को प्रभावित करता है । मनोविज्ञानिको का कहना है कि -
" मनुष्य स्वयं इस कल्पना का निर्माण कर लेता है । आपसी विश्वास सबसे बड़ी व ताकत वर चीज है "
हो सकता है आपके विचार मेल न कहते हो तो भी विश्वास से ही हर रिश्ता चलता है । रिलेशनशिप एक्सपर्ट का कहना है कि -
'' अपने रिस्ते को विश्वास की मजबूत डोरी से बाधे रखिये "
विश्वास रूपी दीवार में दरार से केवल दो लोग ही प्रभावित नही होते । बल्कि दाम्पत्य रूपी रिस्ते से लोगो का विश्वास उठ जाता है । और कई लोगो की जिदगी प्रभावित होती है ।
योग्यता अधिक होने पर ईर्ष्या या उपहास ना करें :- खासतर मर्द में अपने से अधिक काबिल पत्नी का सम्मान नही कर पाते । उनकी ईगो हर्ट होती है । जब कि अपने आपको खुश नसीब मानना चाहिए की आपको आपका योग्य लाइफ पाटर्नर मिला है ।
आपस में समझ बुझ से काम लें :- दाम्पत्य जीवन में ऐसी स्थिति कई बार जब बनती हैं जब भी एक दूसरे की बात अटपटी लगती है। उस समय चुप रहकर बाद मे धीरे से कह दें । समाजशास्त्री रितु सारस्वत कहती हैं - " शादी तमाम तरह के तनाव और कठिनायों के बीच स्ट्रेस बस्टर है "
Good article hai....worth to read
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